राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र को नस्ल संरक्षण पुरस्कार

बीकानेर , 25 दिसम्बर। राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, बीकानेर परिसर के प्रभागाध्यक्ष डॉ एस सी मेहता ने राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, करनाल में आयोजित नस्ल संरक्षण पुरस्कार सम्मान समारोह – 2023 में भाग लेते हुए मारवाड़ी घोड़ों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु यह पुरस्कार प्राप्त किया ।

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पुरस्कार ब्यूरो के निदेशक डॉ. बी. पी. मिश्रा एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सहायक -महानिदेशक डॉ. जी. के. गौड़ द्वारा देश के कई राज्यों से आए भागीदारों एवं वैज्ञानिकों की उपस्थिति में प्रदान किया । इस संदर्भ में डॉ मेहता ने बताया की मारवाड़ी घोड़ों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु उन्होंने बहुत से कदम उठाए जिनमें इनके प्रजनन हेतु चयन मापदंड बनाना, पीढ़ी दर पीढ़ी ब्रीडिंग वैल्यू एवं अन्तः प्रजनन का मूल्यांकन कर प्रजनन नीति निर्धारित करना, वर्ष 2018-19 से पूरे देश में इस हेतु एक नेटवर्क स्थापित करना जिसके तहत देश के करीब 15 राज्यों के पशु चकित्सकों को प्रशिक्षित करना एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत इस हेतु एक परियोजना लाना एवं उंसके अंतर्गत राजस्थान के सभी जिलों के 68 पशु चिकित्साअधिकारियों को प्रशिक्षित करना सम्मिलित है ।

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उन्होंने बताया की आज के समय में घोड़ों को आम जन-जीवन से पुनः जोड़ने के लिए केंद्र पर उनके द्वारा प्रारंभ किए गए अश्व पर्यटन एवं अश्व संग्रहालय को भी अश्व संरक्षण की दिशा में एक महुत्वपूर्ण कदम माना गया । अश्व पर्यटन की सफलता में पर्यटन विभाग, प्रेस व मीडिया एवं बीकानेर के लोगों के योगदान के लिए भी इस अवसर पर उन्होनें धन्यवाद दिया ।

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