व्यक्तित्व विकास की दिशा में महत्त्वपूर्ण हैं खेल – रविन्द्र कुमार
जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने किया राजस्थान हाईकोर्ट की प्लैटिनम जुबली के उपलक्ष्य में आयोजित खेल गतिविधियों का शुभारम्भ, न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं एवं कर्मचारियों ने लिया भाग
चूरू, 07 जनवरी। जिला एवं सेशन न्यायाधीश रविन्द्र कुमार ने रविवार को जिला मुख्यालय स्थित जिला खेल स्टेडियम में राजस्थान हाईकोर्ट की स्थापना के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित खेल गतिविधियों का शुभारम्भ किया तथा प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। इस दौरान पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश नेपाल सिंह, चूरू एडीजे अनिता टेलर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव शरद कुमार व्यास, बार संघ अध्यक्ष नरेन्द्र सैनी भी मंचस्थ रहे।
इस मौके पर जिला एवं सेशन न्यायाधीश रविन्द्र कुमार ने कहा कि सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास की दिशा में खेलों की अहम भूमिका है। खेल व्यक्ति को खेल भावना के साथ भाईचारा, आपसी सहयोग व पारस्परिक सामंजस्य सिखाते हैं। खेलों से व्यक्ति का केवल शारीरिक विकास ही नहीं अपितु मानसिक व भावनात्मक विकास भी होता है। खेलों के जरिए व्यक्ति की उर्जा, जिजीविषा, रोमांच व उत्साह बरकरार रहता है। आज के आधुनिक युग में आउटडोर खेलों का प्रचलन कम हुआ है। सोशल मीडिया व आधुनिक मानसिकता ने जीवन को असहज किया है। हमें विभिन्न अवसरों पर खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजन में नई पीढ़ी को भी शामिल करने की आवश्यकता है। इससे ही हम अपनी समृद्ध विरासत को सहेज पाएंगे।
खेलकूद प्रभारी अधिकारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव डॉ शरद कुमार व्यास ने संचालन करते हुए बताया कि राजस्थान उच्च न्यायालय की स्थापना की प्लैटिनम जुबली समारोह के उपलक्ष में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिताएं सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम वर्षभर चलेंगे। उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेलों से व्यक्ति को जुझारू बनाते हैं और भागदौड़ की इस जिंदगी में लोगों को स्ट्रेस से मुक्ति दिलाते हैं। हमें अपनी दिनचर्या में आवश्यक तौर खेलों को शामिल करना चाहिए।
अभिभाषक संघ अध्यक्ष नरेन्द्र सैनी ने विचार व्यक्त करते हुए इन खेलों के आयोजन को अनुपम पहल बताया। खेल गतिविधियों में दौड़, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, कैरम व शतरंज सहित कुल पांच खेलों का आयोजन किया गया।
शारीरिक शिक्षा उपनिदेशक रामूराम बुंदेला व जिला खेल अधिकारी प्रकाश राम गोदारा के मार्गदर्शन में खेल गतिविधियां संपादित हुई।
इस दौरान पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश नेपाल सिंह, पोक्सो न्यायाधीश अनिल बेनीवाल, एडीजे अनिता टेलर, खेलकूद प्रभारी अधिकारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव डॉ शरद कुमार व्यास, एससी-एसटी जज योगिता पारीक, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश राजगढ़-1 दीपक पाराशर, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुजानगढ़ महेंद्र प्रताप भाटी, सीजेएम रेणु सिंगला, राजगढ़ एसीजेएम लीलूराम सिहाग, किशोर न्याय बोर्ड मुख्य मजिस्ट्रेट कविता सोनी, तारानगर जेएम अजयदीप सिंह, एजेएम प्रतिभा सिंह, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, खेल प्रशिक्षक सीताराम प्रजापत, वरिष्ठ अधिवक्ता गजेन्द्र खत्री, प्रशिक्षु आरजेएस शिखा शर्मा, राजकुमार स्वामी, सोहनलाल, शारीरिक शिक्षक रामस्वरूप, राजेश वर्मा, एडवोकेट विवेक सोनी, पंकज शर्मा, स्टेडियम से मनीष, संदीप सहित अन्य उपस्थित रहे। खेलकूद प्रतियोगिताओं में रमेश पारीक, सतीश कुमार, प्रीतम सिंह, राघव सोनी, अफरोज खान, महेश कुमार शर्मा, विकास ओझा, अरूण शर्मा सहित न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों सहित अधिवक्ताओं ने भाग लिया।
शिखा, प्रीतम, मुकेश और प्रतिभा रहे अव्वल
उन्होंने बताया कि 100 मीटर दौड़ पुरुष वर्ग में प्रीतम सिंह प्रथम, अजय कुमार सहारण द्वितीय, मुकेश कुमार तृतीय, 100 मीटर दौड़ महिला वर्ग में प्रशिक्षु आरजेएस शिखा शर्मा प्रथम, भावना द्वितीय, डिम्पल तृतीय, 400 मीटर पुरुष वर्ग में मुकेश कुमार शर्मा प्रथम, प्रीतम सिंह द्वितीय, अजय सहारण तृतीय, बैडमिंटन महिला वर्ग में प्रतिभा सिंह प्रथम, वैदही द्वितीय, भावना तृतीय रही।