सहायक लेखाधिकारी व कैशियर को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
बीकानेर , 9 फ़रवरी। भ्र्ष्टाचार का पर्याय मानी जाने वाली नगर विकास न्यास के सहायक लेखाधिकारी एवं कैशियर को बिल पास करने की एवज में रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।यह कार्रवाई एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महावीर प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक आनंद मिश्रा की टीम ने की।
सहायक लेखाधिकारी से एसीबी टीम ने 70 हजार रुपए बरामद किए। आरोपी के हाथ विशेष रसायन से धुलवाए, जिससे उनका रंग गुलाबी आ गया। यह कार्रवाई एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महावीर प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक आनंद मिश्रा की टीम ने की।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महावीर प्रसाद ने ने बताया कि गुडंगांव की कंपनी ने वर्ष 2018 में शहर में रोड लाइट एवं पार्कों की लाइट का ठेका ले रखा था, जिसका कार्यकाल पूरा हो चुका है। पिछले तीन साल से 19 लाख रुपए का भुगतान अटका हुआ है। भुगतान करने के लिए कंपनी का सुपरवाइजर अशोक कुमार पिछले काफी समय से यूआईटी के चक्कर निकाल रहा था। तब यूआईटी के सहायक लेखाधिकारी गणेश कलवाणी एवं कैशियर मनीष खत्री से संपर्क में आया। उक्त दोनों ने बकाया राशि का 4.25 प्रतिशत देने की डिमांड की। उक्त दोनों कर्मचारियों से परेशान होकर परिवादी ने एसीबी में शिकायत की थी।
कार्यालय महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (जनसम्पर्क प्रकोष्ठ) द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया कि बीकानेर में नगर विकास न्यास (यू.आई.टी.) के कनिष्ठ लेखाकार एवं कैशियर 70 हजार रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया तथा आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी है।
ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर बीकानेर इकाई द्वारा आज कार्यवाही करते हुये गणेश कलवानी कनिष्ठ लेखाकार एवं मनीष खत्री कैशियर, नगर विकास न्यास (यू.आई.टी.), बीकानेर को परिवादी से 70 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बीकानेर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि नगर विकास न्यास के अन्तर्गत कराये गये विकास कार्यों के लगभग 18 लाख 75 हजार रुपये के बकाया बिलों को पास करने की एवज में उपर्युक्त आरोपी कर्मचारीगण द्वारा 70 हजार रूपये रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी बीकानेर के उप महानिरीक्षक पुलिस हरेन्द्र महावर के सुपरवीजन में एसीबी बीकानेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महावीर प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज पुलिस निरीक्षक आनन्द मिश्रा द्वारा मय टीम के ट्रेप कार्यवाही करते हुये आरोपी कर्मचारीगण को परिवादी से 70 हजार रूपये की रिश्वत राशि लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
एसीबी के उप महानिरीक्षक पुलिस हरेन्द्र महावर के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा समस्त प्रदेशवासियों से अपील है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की हैल्पलाईन नं. 1064 एवं Whatsapp हैल्पलाईन नं. 94135-02834 पर 24X7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी।