गंगाशहर सैटेलाइट अस्पताल में प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी अचानक पहूंचे व्यवस्थाओं का किया औचक निरीक्षण
बीकानेर, 11 फरवरी । सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध राजकीय सैटेलाइट चिकित्सालय गंगाशहर में रविवार को सुबह दस बजे अचानक प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉक्टर गुंजन सोनी पहूंचे।
डॉ. सोनी ने वहां स्टाफ का उपस्थिति रजिस्टर चेक किया, चिकित्सा व्यवस्थाओ का जायजा लिया, शौचालयों एवं परिसर में साफ-सफाई का निरीक्षण किया और भर्ती मरीजों से मुलाकात करने मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की।
निःशुल्क दवाओं की उपलब्धता सहित अन्य सेवाओं का औचक निरीक्षण किया, निरक्षण के दौरान वहां स्टाफ की मौजूदगी रही, सभी स्टाफ यूनिफार्म में मिले, सभी डॉक्टर्स अपने कार्य स्थल पर उपस्थित थे, उल्लेखनीय है कि राजकीय अवकाश के दिन अस्पताल में ओपीडी समय सुबह 9 से 11 बजे तक होता है, इस बीच प्राचार्य दस बजे करीब गंगाशहर अस्पताल पहूंच कर औचक निरीक्षण किया, और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
निरीक्षण के पश्चात प्राचार्य डॉ. सोनी ने सैटेलाइट अस्पातल में चिकित्सा सहित अन्य व्यवस्थाओं पर संतोष प्रकट करते हूए कहा कि हम नर सेवा नारायण सेवा की भावना को आत्मसात कर आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु प्रतिबद्ध है।
प्राचार्य डॉ.सोनी ने स्वयं चलाकर देखी एम्बुलेंस
आपात स्थिति में मरीजों को गंगाशहर से अन्यत्र जगह ले जाने के लिए परिसर में स्थित एम्बूलेंस को प्राचार्य डॉ. सोनी ने स्वयं चलाकर चेक किया। कई बार एम्बूलेंस में तकनीकी खराबी के चलते मरीजों को असुविधा होने की शिकायते प्राप्त होती है इसके मध्यनजर प्राचार्य डॉ. सोनी ने स्वयं एम्बूलेंस में मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया और स्वयं ने एम्बूलेंस चलाकर भी देखी। इस दौरान एम्बुलेंस में काई खराबी नजर नहीं आयी साथ ही मरीजों के उपयोग में आने वाले चिकित्सा उपकरण भी सही पाए गये।
गायनी विभाग से डॉ. खूशबू की मिलेगी स्थायी सेवाएं
गंगाशहर सैटेलाइट अस्पातल में निरीक्षण के दौरान स्थानीय निवासीयों ने गायनी विभाग की डॉक्टर खूशबू की सेवाएं स्थाई तौर पर जारी रखने के लिए प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी से मांग की, इस पर जन भावना का सम्मान करते हूए डॉ. सोनी ने तुरंत गायनी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. स्वाती कोचर को फोन कर डॉ. खूशबू की ड्यूटी पीबीएम नहीं लगाकर स्थायी रूप से गंगाशहर करने के निर्देश दिये, आप को बता दें कि रोस्टर के दौरान डॉक्टर्स की ड्यूटी बदलती है।