चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दिया
नयी दिल्ली , 9 मार्च। चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। चुनाव आयुक्त का इस्तीफा ऐसे वक्त आया है कि जबकि कुछ ही हफ्तों में देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नेउनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। शनिवार को जारी गजट अधिसूचना में कहा गया कि मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तेंऔर कार्यालय की अवधि) अधिनियम, 2023 की धारा 11 के खंड (1) के अनुसरण में, राष्ट्रपति को 09 मार्च, 2024 से प्रभावी श्री अरुण गोयल, चुनाव आयुक्त द्वारा दिए गए इस्तीफे को स्वीकार करते हुए खुशी हो रही है।
बता दें कि चुनाव आयोग जल्द ही चुनाव की तारीखों का ऐलान करने वाला है। गौरतलब है कि अरुण गोयल के इस कदम के बाद अब चुनाव आयोग में 2 रिक्तियां हो गई हैं। चुनाव आयोग में कमिश्नर के अब दो पद खाली हो गए हैं। अरुण गोयल ने 21 नवंबर 2022 को चुनाव आयुक्त का प्रभार ग्रहण किया था। 1985 बैच के आईएएस अधिकारी अरुण गोयल पहले सचिव, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के रूप में काम कर चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट गया था गोयल की नियुक्ति का मामला
NGO एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने अरुण गोयल की चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। सुनवाई से पहले ही दो जज जस्टिस केएम जोसेफ और जस्टिस बीवी नागरत्ना ने हियरिंग से खुद को अलग कर लिया था।
ADR ने याचिका में कहा था कि गोयल की नियुक्ति कानून के मुताबिक सही नहीं है। साथ ही यह निर्वाचन आयोग की सांस्थानिक स्वायत्तता का भी उल्लंघन है। ADR ने सरकार और इलेक्शन कमीशन पर खुद के फायदे के लिए अरुण गोयल की नियुक्ति करने का आरोप लगाया था। साथ ही गोयल की नियुक्ति को रद्द करने की मांग की थी।