बलि और शंभू नाटक का मंचन 16 और 17 मार्च को
बीकानेर , 10 मार्च। ऊर्जा थिएटर सोसायटी और सांस्कृतिक मंत्रालय के सहयोग से बहुत ही शीघ्र स्थानीय टाउन हॉल में, नाटक बलि और शंभू नाटक का मंचन 16 और 17 मार्च को किया जा रहा है, प्रसिद्ध नाट्य लेखक मानव कौल ने इस नाटक का लेखन किया है।
नाटक बलि और शंभू ने ओल्ड एज होम में रहने वाले बुजुर्गों की भावनाओं को मार्मिक तरीके से पेश कर समाज को आइना दिखाया। शंभू अपनी बेटी तितली को बहुत प्यार करता है, लेकिन तितली भागकर शुभांकर से शादी कर लेती है। शादी के बाद अपने पिता से माफी मांगकर उनको मनाने के लिए वापस घर लौटते समय कार एक्सीडेंट में उसकी मौत हो जाती है।
नाटक एक वृद्धाश्रम में घटित होता है, बलि और शंभू दो बूढ़े आदमियों की एक नई दोस्ती की कहानी है। दोनो बिल्कुल विपरीत चरित्रों और जीवन के प्रति उनके अनूठे दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति है … बली जीवन को वैसे ही लेने में विश्वास करता है जैसे जीवन सामने है जबकि शंभू अपने अतीत के गौरव में रहता है।
अपनी-अपनी विचारधाराओं के साथ और जटिल टकरावों की एक श्रृंखला के बाद, अंततः, दोनों एक हो जाते हैं। भारतेंदु नाट्य अकादमी,लखनऊ से प्रशिक्षित सुरेश पुनिया इस नाटक का निर्देशन कर रहे हैं। नाटक में नील माधव, समर वीर सिंह चौहान, सिम्मी सत्यानी, अक्षिता जोशी, हीना दाधीच, राम सोनी और अशोक जोशी अभिनय कर रहें है।नाटक के प्रदर्शन का समय रहेगा शाम 7:30 बजे। प्रवेश शुल्क 50 रुपए रहेगा।