रामदेवरा दर्शन करने जा रहेऑल्टो और स्विफ्ट कार की टक्कर में पति-पत्नी की मौत
- बेटा-बेटी और भाभी घायल, मकान का मुहूर्त होना था कल
जोधपुर , 14 मार्च। ऑल्टो और स्विफ्ट कार की आमने-सामने की टक्कर में पति-पत्नी की मौत हो गई। दोनों अपने परिवार के साथ जोधपुर से रामदेवरा दर्शन करने जा रहे थे। घायल बेटा-बेटी और भाभी जोधपुर हॉस्पिटल में भर्ती है। हादसा जोधपुर के देचू के निकटवर्ती डेडिया गांव में गुरुवार दोपहर हुआ।
परिवार मूल रूप से यूपी के उरई का रहने वाला है। जोधपुर के सांगरिया में भी एक मकान बनाया हुआ है। मकान का कल (शुक्रवार) को मुहूर्त होना था। इससे पहले ही मकान मालिक की मौत हो गई।
रेलवे में थे एईएन
जानकारी अनुसार हादसे में शिशुपाल (50), उनकी पत्नी पिंकी देवी (50) की मौत हो गई। वहीं बेटा पीयूष (19), बेटी वर्षा (22) और शिशुपाल की भाभी 58 साल की लक्ष्मी देवी घायल हो गए।
जोधपुर के सांगरिया गणेश विहार में लक्ष्मी देवी का घर है। उनके पति की पहले ही मौत हो चुकी है। बेटा राजेंद्र पाल एमआर है। लक्ष्मी देवी के देवर शिशुपाल झारखंड राज्य के धनबाद में रेलवे में एईएन थे। वे अपनी पत्नी और बेटे के साथ आज सुबह करीब 4 बजे ही ट्रेन से जोधपुर आए थे।
रामदेवरा करने जा रहे थे दर्शन
शिशुपाल का परिवार मूल रूप से उत्तरप्रदेश के उरई के रहने वाले थे। वे अपनी पत्नी-बच्चों और भाभी के साथ ऑल्टो कार में रामदेवरा दर्शन करने जा रहे थे। कार उनका बेटा पीयूष चला रहा था। रास्ते में डेडिया गांव की सरहद पर मोड पर सामने से आ रही स्विफ्ट कार से उनकी कार की टक्कर हो गई। टक्कर के बाद ऑल्टो कार बुरी तरह पिचक गई।
घायल बहन-भाई और ताई जोधपुर हॉस्पिटल में भर्ती
आमने-सामने की टक्कर में शिशुपाल और उनकी पत्नी पिंकी की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों की सूचना पर पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। कार से घायलों को निकालकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देचू लाया गया। गंभीर हालत में जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल रेफर किया गया है। परिवार के लोग भी हॉस्पिटल पहुंचे।
जोधपुर में पढ़ती है बेटी
शिशुपाल की बेटी वर्षा जोधपुर-पाली के मोगडा रोड पर डेंटल कॉलेज में पढ़ती है। जोधपुर में अपनी ताई (पिंकी पाल) के पास रहकर ही पढ़ाई करती है।
मकान के मुहूर्त से पहले मौत
शिशुपाल ने जोधपुर के संगरिया में भी अपना एक मकान बनवाया था। वे खुद झारखंड राज्य के धनबाद में रेलवे में एईएन थे। यहां पर अपने मकान का शुक्रवार को मुहूर्त करने वाले थे।