सप्तम दिवसीय फाग महोत्सव का अनुष्ठान जारी ,बैनर का भव्य विमोचन
बीकानेर , 18 मार्च। परंपरा संस्कृति सम्मान के बैनर का विमोचन समारोह धोबीधोरा हनुमान हत्था स्थित रण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर बीकानेर के प्रांगण में पूजन अनुष्ठान के साधक व पूजन अनुष्ठान में समर्पित पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच की मंगल उपस्थिति में अग्नि अखाड़े के स्वामी श्री वसुन्दरानंद जी महाराज के करकमलों से हुवा। परंपरा संस्कृति सम्मान उत्सव में होली के पावन पर्व की परंपरा को अक्षुण रखने वाले स्त्री पुरुषों ,भारतीय संस्कृति ,सनातन एवम् आध्यात्मिक आदर्शों को घर /परिवार /समाज/राष्ट्र में जीवंत रखने में महत्वपूर्ण योगदान निर्वहन कर रहे हैं।
स्त्री पुरुषों ,फाग महोत्सव में सहभागी स्त्री पुरुष , गेर , रम्मत , लोक कलाकार,लोक नृत्य कलाकार,होली के खेलों में सहभागी , होली की परंपरा को अक्षुण रखने वाले साहित्यकारों, लेखकों,गायक,कवि, रंगकर्मी आदि विशेष व्यक्तित्वों को संतों के सानिध्य में सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित राधा कृष्ण की दिव्य व विशेष तस्वीर सहित परंपरा संस्कृति सम्मान के दिव्य व विशेष अभिनंदन पत्र से सम्मानित किया जाएगा। जो ज़िले / शहर के 108 से अधिक मंदिरों चोको आदि स्थानों पर आहूत होगा जिसमें 21000 परंपरा संस्कृति सम्मान क्षेत्र के पुजारियों प्रबुद्ध जनों द्वारा प्रदान किया जाएगा।
मुख्य अनुष्ठान 23 मार्च 2024 को होगा जिसमें विशिष्ट जनों को परंपरा संस्कृति सम्मान संतों के करकमलों से विभूषित किया जाएगा। इस हेतु स्त्री पुरुषों द्वारा अपनी प्रविष्टियाँ 21 मार्च 2024 तक धनिनाथ गिरी मठ पंच मंदिर कोटगेट बीकानेर में रात्रि 8.00 PM तक प्रेषित की जा सकेगी। पूजन अनुष्ठान में समर्पित योगेन्द्र कुमार दाधीच की अगुवाई में सप्तम दिवसीय फाग महोत्सव का अनुष्ठान 17 मार्च 2024 को नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी मंदिर से शुरू हुवा जो लगातार सात दिवस तक शहर/ज़िले के 108 मंदिरों में पूजन पुष्प होली फाग गीतोसव भोग आदि के दिव्य व विशेष अनुष्ठान के साथ होगा इस दिवस पूजन की गई सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित राधा कृष्ण की तस्वीरे वितरित की जायेगी शहर/ज़िले के 108 मंदिरों में क्षेत्र के सनातन धर्मावलम्बियों की भागीदारी के अनुसार फाग महोत्सव का अनुष्ठान होंगे।
अनुष्ठान में समर्पित व 11 वा चातुर्मास पूजन अनुष्ठान व 41 वा सावन मास पूजन अनुष्ठान के साधक पंडित योगेंद्र कुमार दाधीच (अधिष्ठाता श्री दिव्य शिव शक्ति पीठ , अधिष्ठाता व एराष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम महासभा , राष्ट्रीय संयोजक श्री विप्र महासभा , राष्ट्रीय महामंत्री ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन ) की अगुवाई में यह अनुष्ठान संवत् 2080 के शेष चार माह में आने वाले विशेष पर्वो पर दिव्य व विशेष अनुष्ठान आहूत किए जाने की शृंखला के अन्तर्गत फाग महोत्सव के अन्तर्गत 17 मार्च 2024 से 23 मार्च 2024 तक विविध अनुष्ठान के अन्तर्गत हो रहा है।
इस हेतु पुरुष व महिलाओं की आयोजन समिति बनाई गई महिलाओं की आयोजन समिति संपत दायमा की अगुवाई में फाग महोत्सव की व्यवस्था व संचालन करेंगी। इसमें मंजुलता आसोपा, उमा पारीक, ममता शर्मा, सरस्वती भार्गव, प्रगति आसोपा ,कविता सोलंकी ,कपिला पालीवाल, शारदा जोशी, मथरा ओझा ,अंतिमा शर्मा की इग्यारह सदस्यीय आयोजन समिति बनाई गई है। अभिमंत्रित तस्वीरो का वितरण समारोह 17 मार्च 2024 से सभी 108 मंदिरों सहित हर सनातन भक्तों को संतों प्रबुद्ध जनों के सानिध्य में होगा इसकी जानकारी देते हुवे राकेश आसोपाने बताया कि आहूत होने वाले वितरण समारोह में मंदिरों व घरों में पूजन हेतु अभिमंत्रित दिव्य व विशेष तस्वीरे संतों के करकमलों से भेंट होगी. इग्यारवे चातुर्मास पूजन अनुष्ठान व 41वे श्रावण मास पूजन अनुष्ठान में दिव्य व विशेष अनुष्ठानो में सवा सवा लाख मन्त्रों से अभिमंत्रित की गए विभिन्न देव चित्र को आकर्षक एकल फोटो फ़्रेम में सजाया गया जो फ़ोटो फ़्रेम सनातन धर्मावलम्बियों को अपने घरों में पूजन दर्शन हेतु दिये जा रहे है।
संतों का सानिध्य रहा – चातुर्मास अनुष्ठान में विभिन्न संतो का सानिध्य व आशीर्वाद प्राप्त हुवा
152 दिवस का दिव्य एवं भव्य अनुष्ठान ने बीकानेर के सनातन धर्म में नया इतिहास लिखा है जो हर बीकानेर वासी हेतु गर्व की बात हुई है। जिले / शहर के 108 मंदिरों में पूजन अनुष्ठानो के साथ गणेश जी शिव दरबार राधा कृष्ण राम दरबार हनुमान जी दुर्गा माता दधीमती माता जी विष्णु के दस अवतार लक्ष्मी माता जी की देवी देवताओं की सवा सवा लाख मन्त्रों से 11000 व 21000 प्रतिमाओं को अभिमंत्रित करवा करके निःशुल्क वितरण किया गया प्रतिदिन दिव्य अनुष्ठान होना अनुपम ईश्वरीय कृपा रही है।
यह अनुष्ठान सनातन जागृति एवम् सनातन पर्वों को पारंपरिक रूप से सभी सनातन धर्मावलम्बियों की सामूहिक उपस्थिति व सहभागिता के पावन से उद्देश्य से पूजन अनुष्ठान में समर्पित पंडित श्री योगेन्द्र कुमार दाधीच द्वारा पिछले 41 वर्षों से लगातार किया जा रहा है.