22 वीं कुलपति चल वैजयंती खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारम्भ
- खेल आयोजन से सभी शैक्षणैत्तर कार्मिकों में होगा उत्साह का संचार – डॉ अरूण कुमार, कुलपति, एसकेआरएयू
बीकानेर, 19 मार्च। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में 22 वीं कुलपति चल वैजयंती खेलकूद प्रतियोगिता का मंगलवार को शुभारंभ हुआ।
कुलपति सचिवालय के सामने स्थित गार्डन में आयोजित उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि कुलपति डॉ अरूण कुमार थे। विशेष आमंत्रित सदस्यों में कुल सचिव डॉ देवाराम सैनी, निदेशक अनुसंधान डॉ पीएस शेखावत थे। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के द्वारा झंडारोहण से की गई। तत्पश्चात कृषि विश्वविद्यालय के 215 शैक्षणेत्तर कार्मिकों ने मार्च पास्ट किया। कुलपति डॉ अरुण कुमार ने मार्च पास्ट की सलामी ली और खेलों के उद्घाटन की घोषणा की।
इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ अरूण कुमार ने कहा कि खेलों का ये आयोजन कार्मिकों में उत्साह का संचार करेगा। साथ ही कहा कि ये आयोजन कार्मिकों को आपस में स्नेह, सम्मान व एक दूसरे को और ज्यादा इज्जत देना सिखाएगा। इस आयोजन के बाद सभी कार्मिक पूर्ण ऊर्जा के साथ विश्वविद्यालय को एक नई गति, नई दिशा देने में सहयोग करेंगे।
कुलसचिव डॉ देवाराम ने कहा कि स्ट्रेस को कम करने में खेल सबसे अहम हैं। लिहाजा रोजमर्रा की भागदौड़ से हटकर सभी कार्मिक तीन दिन तक केवल खेल खेलें और खेलों का आनंद लें। ताकि रिएनर्जेटिक हो सकें।अनुसंधान निदेशक डॉ पीएस शेखावत ने कहा कि खेल में सेफ्टी का विशेष ध्यान रखें।
स्पोर्ट्स बोर्ड चेयरमैन एवं निदेशक छात्र कल्याण डॉ वीर सिंह ने बताया कि हर वर्ष आयोजित होने वाली इस खेल प्रतियोगिता का आयोजन 19 से 21 मार्च तक हो रहा है। जिसमें कृषि विश्वविद्यालय की विभिन्न इकाइयों की 9 टीमों के अंतर्गत 215 कार्मिक हिस्सा ले रहे हैं।
शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ अध्यक्ष रतन सिंह शेखावत ने कहा कि कार्यालय समय में कार्मिकों का आपस में कम ही मिलना जुलना होता है। लेकिन कुलपति ने सभी कार्मिकों को तीन दिन तक आपस में मिलने जुलने और खेलने का मौका दिया है। इसका सभी कार्मिक भरपूर लाभ उठाएं।
कार्यक्रम के आखिर में स्पोर्ट बोर्ड के सचिव डॉ वीएस आचार्य ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन सामान्य शाखा के महावीर प्रसाद तिवाड़ी ने किया। कार्यक्रम में शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के संगठन मंत्री महेन्द्र सिंह राठौ़ड़ समेत कृषि विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक समेत शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ उपस्थित रहे।