शादी-समारोह में उबलते आलू के भगोने में गिरी मासूम, दर्दनाक मौत
गोद से छिटककर खौलते पानी में गिर गई; 7 महीने की मासूम की चमड़ी तक उतरी
बीकानेर , 2 अप्रैल। शादी-समारोह में हुए एक दर्दनाक हादसे में 7 महीने की मासूम की मौत हो गई। बच्ची अपनी 8 साल की एक रिश्तेदार लड़की की गोद में थी। तभी बैलेंस बिगड़ने से मासूम खौलते आलू के भगोने में गिर गई। यहां काम कर रहे हलवाइयों ने दौड़ कर उन्हें संभाला। इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई।
वहीं, 8 साल की बच्ची का हाथ भी जल गया है। हादसा बीकानेर से करीब 45 किमी दूर गजनेर के अगनेऊ गांव में सोमवार शाम का है। झुलसी बच्ची को बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
बैलेंस बिगड़ने पर पैर लड़खड़ाया, बच्ची गिरी
जानकारी के अनुसार अगनेऊ गांव निवासी रामदेव के बेटों की शादी थी। समारोह में अंकिता (8) और सात महीने की तनुजा पुत्री गौरीशंकर नाई भी बींझरवाली गांव से अपने परिवार के साथ शादी में पहुंची थी। अंकिता अपनी गोद में तनुजा को लेकर घूम रही थी।
इस दौरान वे खाना बनाने वाली जगह पर पहुंच गई। एक बड़े भगोने में आलू उबालने के बाद रखा पानी खौल रहा था। इस दौरान अचानक अंकिता का बैलेंस बिगड़ गया और पैर लड़खड़ा गया। वह संभलती इतने में ही छोटी बच्ची तनुजा उसके साथ छिटक गई और उबलते आलू के भगोने में गिर गई।
80 फीसदी झुलस गई थी बच्ची
गर्म पानी अंकिता के ऊपर भी आकर गिर गया था। चीख-पुकार मचते ही सब लोग बच्चियों को बचाने भागे। हलवाइयों ने दोनों बच्चियों को उठाया। सात महीने तनुजा 80 फीसदी झुलस गई थी। उसके पूरे शरीर की चमड़ी उतर गई थी। वहीं अंकिता का हाथ झुलसा है।
तनुजा अपनी मां के साथ शादी में आई थी। तनुजा के दादा ईश्वर राम अपने दोहिते का भात भरने के लिए अगनेऊ गांव आए थे। इस दौरान हादसा हो गया। घटना के बाद विवाह के माहौल में मातम छा गया। तनुजा के पिता खेती-बाड़ी का काम करते हैं। उसकी एक जुड़वां बहन भी है।