सीए को पीटने वाले पुलिसकर्मी को ही दे दी जांच,जेल भेजने की धमकी दी
- पीड़ित बोला- सुनवाई नहीं की, सीधे ही मारने लगे
जयपुर , 18 अप्रैल। जयपुर के भांकरोटा थाना इलाके में सीए से मारपीट करने के मामले में 2 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। हैरानी की बात है कि सीए चिरंजीलाल के साथ मारपीट की घटना की जांच भांकरोटा सीआई राजकुमार मीणा ने उसी हेड कॉन्स्टेबल सुनील को दे दी थी, जिसने सीए चिरंजीलाल के साथ मारपीट की थी।
जब डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुढ़ानिया को इसका पता चला तो उन्होंने हेड कॉन्स्टेबल सुनील और कॉन्स्टेबल राजपाल को सस्पेंड कर दिया। वहीं मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश एडिशनल डीसीपी गुरुशरण राव को दिए हैं।
उधर, पीड़ित ने कहा कि पुलिसकर्मी जबरन उसके घर का ताला तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। मैंने उनको बैठकर बात करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी और मारपीट करने लगे। धमकी दी कि तुम सब लोगों को जेल में बैठा दूंगा और तुम सब लोगों पर केस कर दूंगा।
एडिशनल डीसीपी इन बिंदुओं पर करेंगे जांच
1. थाने की पीसीआर किसकी सूचना पर मौके पर गई थी। पुलिस कंट्रोल रूम, सीआई के आदेश या फिर कोई थाने में शिकायत लेकर आया था।
2. पुलिसकर्मी किसी के पारिवारिक विवाद में हस्तक्षेप करने क्यों गए। क्या कोई आपराधिक घटना हो रही थी या फिर किसी ने किसी पर हमला कर दिया था।
3. चिरंजीलाल के मकान पर अगर ताला लगा हुआ है तो पुलिस को क्या कोर्ट ने कहा था कि ताला जबरन खोलें। अगर नहीं तो पुलिस मौके पर जाब्ते के साथ क्यों गई।
4. चिरंजीलाल की पत्नी डिंपल की शिकायत अगर सीएम की जनसुनवाई से थाने पहुंची है तो क्या पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज की है या फिर पुलिस के पास कोई लिखित कार्रवाई के आदेश हैं।
5. बुजुर्ग महिला के साथ किसी भी पुलिस अधिकारी का इस तरह का रवैया क्या सही है। गिरफ्तार लोगों ने पुलिस के साथ भी मारपीट की है तो क्या थाना पुलिस ने कोई शिकायत दर्ज कराई है।
6. क्या चिरंजी लाल के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज है, जो पुलिस ने उसके घर में घुस कर उसके साथ उसके बच्चे और परिवार के सामने मारपीट की।
महिला कॉन्स्टेबल ने बुजुर्ग महिला से की हाथापाई, लेकिन कार्रवाई नहीं
वीडियो में सीए चिरंजी लाल शर्मा के साथ मारपीट करते हुए तीन पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल सुनील, कॉन्स्टेबल राजपाल और पीसीआर का ड्राइवर शामिल है, जबकि एक दूसरे वीडियो में महिला कॉन्स्टेबल पार्वती बुजुर्ग महिलाओं के साथ हाथापाई करते नजर आ रही है। डीसीपी वेस्ट ने हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया, लेकिन महिला कॉन्स्टेबल पार्वती और पीसीआर ड्राइवर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। हालांकि डीसीपी वेस्ट ने सभी की भूमिका के बारे में जांच करने के लिए अधिकारियों को कहा है। उधर, पुलिस आज पीड़ित परिवार के भी बयान ले सकती है।
पुलिसवालों ने हमारी कोई बात नहीं सुनी
उधर, पीड़ित चिरंजीलाल ने कहा कि मैं किसी काम से सांगानेर गया हुआ था। इस दौरान मेरी मम्मी का फोन आया कि कुछ पुलिसवाले आए हुए हैं और जबरन ताला तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं की। इसके बाद मैं घर पर पहुंचा तो देखा कि एक महिला कॉन्स्टेबल ने मेरी मम्मी को पकड़ रखा है और कुछ पुलिसकर्मी ताला तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने उनको समझाया और पूरी घटना का वीडियो बनाने लगा तो पुलिसवालों ने मेरा फोन छीन लिया।
पीड़ित ने बताया- मैंने उनसे कहा कि आप बात तो कीजिए क्या मामला है, लेकिन उन्होंने सुनवाई नहीं की, बल्कि मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान शोर करने पर आस-पड़ोस के लोग वहां पहुंचे और बीच-बचाव करने लगे तो पुलिसवालों ने उनके साथ भी मारपीट की। हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार ने धमकियां देना शुरू कर दिया कि तुम सब लोगों को जेल में बैठा दूंगा और तुम सब लोगों पर केस कर दूंगा। सब लोगों को डराया-धमकाया और मारपीट की। मेरे बेटे ने पुलिसकर्मियों के पैर पकड़े, लेकिन उन्होंने सुनवाई नहीं की। हम उनसे कह रहे थे कि बैठकर बात करो, लेकिन उन्होंने हमारी एक नहीं सुनी, सिर्फ हाथापाई की। मारपीट में मेरी आंख पर चोट आई है।