महान गणितज्ञ रामानुजन् आयंगर की जयंती के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया

shreecreates
congrtaulation shreyansh & hiri

बीकानेर , 24 दिसम्बर। इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में गणित विभाग के तत्वाधान में महान गणितज्ञ रामानुजन् आयंगर की जयंती के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय शर्मा ने बताया कि रामानुजम को गणित में कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिए। इन्होंने अपने प्रतिभा और लगन से न केवल गणित के क्षेत्र में अद्भुत अविष्कार किए वरन भारत को अतुलनीय गौरव भी प्रदान किया।

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl
DIGITAL MARKETING
SETH TOLARAM BAFANA ACADMY

प्राचार्य डॉ. ओम प्रकाश जाखड़ ने बताया कि रामानुजन और इनके द्वारा किए गए अधिकांश कार्य अभी भी वैज्ञानिकों के लिए अबूझ पहेली बने हुए हैं। बतौर वक्ता डॉ. राधा माथुर औऱ डॉ. अमित सोनी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि एक बहुत ही सामान्य परिवार में जन्म ले कर पूरे विश्व को आश्चर्यचकित करने की अपनी इस यात्रा में इन्होने भारत को अपूर्व गौरव प्रदान किया। इनका उनका वह पुराना रजिस्टर जिस पर वे अपने प्रमेय और सूत्रों को लिखा करते थे 1976 में अचानक ट्रिनीटी कॉलेज के पुस्तकालय में मिला। करीब एक सौ पन्नों का यह रजिस्टर आज भी वैज्ञानिकों के लिए एक पहेली बना हुआ है। इस रजिस्टर को बाद में रामानुजन की नोट बुक के नाम से जाना गया। मुंबई के टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान द्वारा इसका प्रकाशन भी किया गया है।

pop ronak

डॉ विजय माकड ने अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि बचपन से ही विलक्षण प्रतिभावान थे।इन्होंने खुद से गणित सीखा और अपने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया। इनमें से अधिकांश प्रमेय सही सिद्ध किये जा चुके हैं। इन्होंने गणित के सहज ज्ञान और बीजगणित प्रकलन की अद्वितीय प्रतिभा के बल पर बहुत से मौलिक और अपारम्परिक परिणाम निकाले जिनसे प्रेरित शोध आज तक हो रहा है। प्रवक्ता डॉ मनोज सोनी ने रामानुजन की जयंती पर अगले वर्ष से विशेष कार्यक्रम आयोजन करने की चर्चा की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *