ट्रेन के आगे हाथ थामकर कूदे युवक-युवती, दर्दनाक मौत; प्रेम प्रसंग की आशंका, परिजनों ने किया इनकार


जयपुर, 8 जुलाई। जयपुर रेलवे स्टेशन के पास एक दर्दनाक घटना में युवक और युवती ने एक साथ ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। दोनों के शव जयपुर के एसएमएस अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपे गए। पुलिस ने इस घटना को प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला माना है, हालांकि परिजन इस बात से इनकार कर रहे हैं। मृतक मनीष कुमार करौली जिले के टोडाभीम का निवासी था और जयपुर में अपनी बुआ के घर आया हुआ था। वहीं युवती जयपुर की रहने वाली थी और उसी समाज की थी। बताया जा रहा है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान दोनों के बीच जान-पहचान हुई थी।




चार जुलाई को युवती दिन में घर से निकली और रात तक नहीं लौटी, जिस पर परिजनों ने मालवीय नगर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। उसी रात दिल्ली से जयपुर आ रही एक ट्रेन के आगे दोनों ने एक साथ छलांग लगा दी। ट्रेन चालक के अनुसार युवक और युवती एक-दूसरे का हाथ थामे हुए थे।


आत्महत्या रोकथाम के लिए चलेगा गेटकीपर कार्यक्रम
प्रदेश में आत्महत्याओं की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत गेटकीपर कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। जयपुर में तीन दिवसीय मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें जिला अस्पतालों में संचालित मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों के नोडल अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला के समापन पर निदेशक (जनस्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने जिलों में गेटकीपर तैयार करेंगे, जिन्हें आत्महत्या जैसी घटनाओं की पहचान और रोकथाम के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
कार्यक्रम को जॉइंट डायरेक्टर डॉ. ओ पी शर्मा और स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ. सांवर मल स्वामी ने भी संबोधित किया। प्रशिक्षण यूनिसेफ, एनएचएम और बेंगलुरु स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज के सहयोग से आयोजित हुआ।
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