पीबीएम से देर रात दो साल के बच्चे को उठा ले गया युवक
- रोने की आवाज सुनकर मां जागी तो बच्चे छोड़कर भागा
बीकानेर , 30 अप्रैल। बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में स्थित शिशु चिकित्सालय से एक दो साल के बच्चे को उठा ले जाने का असफल प्रयास हुआ है। सोमवार देर रात इस बच्चे को अज्ञात युवक उठाकर ले गया, लेकिन कुछ ही कदम की दूरी पर बच्चा जाग गया और रोने लगा। अपने बेटे के रोने की आवाज सुनकर मां भी जाग गई। युवक का पीछा किया तो बच्चे को वहीं छोड़कर भाग गया। इसके बाद वार्ड में उपस्थित रोगियों ने जमकर हंगामा किया।
यह है मामला
बच्चे के परिजनों ने पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ. पी.के. सैनी को बताया कि दो साल का अनस राठी वार्ड में भर्ती हैं। रविवार रात को ढाई से तीन बजे के बीच वह अचानक रोने लगा तो पास ही झपकी ले रही मां जाग गई। उसने देखा एक शख्स बच्चे को उठा कर ले जा रहा है। मां जागी और चिल्लाई, गार्ड को आवाज लगाई। ऐसे में शख्स बच्चे को छोड़कर भाग गया।
बाद में पुलिस ने एक शख्स को इस मामले में हिरासत में भी लिया लेकिन बच्चे की मां ने कहा कि ये वो शख्स नहीं है। बच्चे को उठाने की कोशिश करने वाला कोई और था। ऐसे में उस शख्स को छोड़ दिया गया।
मौके पर पहुंचे कांग्रेस नेता मकसूद
घटना की जानकारी मिलने पर कांग्रेस नेता और यूआईटी के पूर्व चैयरमेन हाजी मकसूद अहमद अस्पताल पहुंचे। उन्होंने भर्ती बच्चे के परिजनों से बातचीत करने के बाद अधीक्षक डॉ. पी.के. सैनी से मुलाकात की। अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने पर मकसूद ने नाराजगी व्यक्त की।
कैंपस में एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं
पीबीएम अस्पताल के इस परिसर में काफी समय पहले सीसीटीवी कैमरे लगे थे जो खराब हो गए। उन्हें बाद मे बदला ही नहीं गया। ऐसे में अब घटना की तथ्यात्मक जानकारी मिलना या बच्चे को उठाकर ले जाने वाले की पहचान कर पाना ही काफी मुश्किल है।
घटना की पुष्टि में जुटे अधिकारी
शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा.आर.के.सोनी का कहना है, अस्पताल में घुसने के कई गेट्स हैं। इनमें से एक ही दरवाजा खुला रहता है। उसे भी रात को बंद किया जाता है। पुरूषों को रात में एंट्री नहीं दी जाती। डीडीसी यानी दवा केन्द्र अंदर होने से रात को महिलाओं को भी बाहर नहीं जाना पड़ता। इसके बावजूद कोई अंदर कैसे आ सकता है? इसकी पुष्टि की जा रही है।