आचार्य श्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी का चातुर्मासिक प्रवेश 16 जुलाई को

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बीकानेर, 13 जुलाई। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के आचार्य श्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी सहवृति मुनियों के साथ शनिवार को गंगाशहर के इंदिरा चौक के सेठिया निवास से विहार कर सुबह गंगाशहर के भगवान आदिनाथ मंदिर, गोल मंदिर होते हुए नाहटा भवन पहुंचे तथा धर्म सभा प्रवचन किए।

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आचार्यश्री रविवार को नाहटा भवन व सोमवार को गोपेश्वर बस्ती में प्रवास करेंगे। उनका चातुर्मासिक प्रवेश आचार्यश्री सहवृति मुनिवृंद के साथ 16 जुलाई को सुबह आठ बजे गाजे बाजे के साथ होगा। श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ व मंत्री मनीष नाहटा ने बताया कि आचार्यश्री के प्रवेश में हिस्सा लेने के लिए छतीसगढ़, बाड़मेर के चौहटन सहित देश-प्रदेश के अनेक स्थानों से करीब 200 श्रावक-श्राविकाएं बीकानेर पहुंचेंगे।

नाहटा ने बताया कि 16 जुलाई को आचार्यश्री की प्रवेश शोभायात्रा करीब छह शताब्दी प्राचीन भांडाशाह जैन मंदिर से सुबह आठ बजे गाजे बाजे व चतुर्विद संघ के साथ रवाना होकर दांती बाजार, आचार्यों का चौक, बड़ा बाजार, बांठिया चौक, आसानियों का चौक, मुकीम बोथरा, नाहटा चौक आदिश्वरजी मंदिर, सुगनजी महाराज का उपासरा आदि मार्गों से होते हुए ढढ्ढा चौक के प्रवचन पांडाल में पहुंचेंगे।

सेठिया व नाहटा भवन
आचार्यश्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी इंदिरा चौक के सेठिया निवास में शुक्रवार को दिन भर प्रवास के बाद शनिवार को सुबह विभिन्न मंदिरों में दर्शन वंदन करते हुए गंगाशहर के नाहटा भवन पहुंचे । सेठिया निवास में रेल दादाबाड़ी में भगवान महावीर स्वामी के मंदिर बनाने का लाभ लेने वाले केशरी चंद झंवर लाल सेठिया परिवार के मनोज सेठिया, मधु सेठिया सहित अनेक श्रावक-श्राविकाओं ने उनका वंदन अभिनंदन ।

गंगाशहर के नाहटा भवन में हुई धर्म सभा में भजनामृत संदेश के आचार्य श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी ने कहा कि पाप व पुण्य का फल अवश्य मिलता है। हमें धर्म-ध्यान करते हुए अधिकाधिक पुण्यार्जन करने का प्रयास करना चाहिए । बीकानेर के मुनि सम्यक रत्न सागर आचार्य श्री के प्रवचन को विस्तारित करते हुए कहा कि मृत्यु के साथ प्राणी के सांसारिक विषय भोग की वस्तुएं, सम्पति, धन व वैभव छूट जाते है। मृत्यु के बाद उसके पुण्य कर्म, धर्म-ध्यान, तपस्या, साधना आराधना व परमात्म भक्ति से की गई पूंजी साथ चलती है। इसलिए प्राणी को विषय भोग की वस्तुओं के संग्रहण से बचकर धर्म-अध्यात्म और पुण्य की पूंजी अर्जित करनी चाहिए। नाहटा परिवार की ओर से आचार्य श्री व मुनिवृंद का स्वागत वंदन किया गया।

बैदों का महावीर जी मंदिर ट्रस्ट की कार्यकारिणी को आशीर्वाद

जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के आचार्य श्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी ने श्री जैन श्वेताम्बर महावीर स्वामीजी मंदिर ट्रस्ट की साधारण सभा में सर्वसम्मति से ट्रस्ट मंडल की कार्यकारिणी के गठन पर सभी पदाधिकारियों व संरक्षकों को मंगल आशीर्वाद दिया है। कार्यकारिणी का गठन ट्रस्ट के संरक्षक निर्मल चंद बैद (कालूजी) की अध्यक्षता में हुआ। मंदिर ट्रस्ट की नई कार्यकारिणी में कोलकाता के विजयचंद बैद, दिल्ली के निर्मल कुमार बैद व सूरत के शांति लाल बैद को संरक्षक, राजेन्द्र कुमार बैद-अध्यक्ष, प्रकाश चंद बैद (पप्पूजी)-उपाध्यक्ष, भूपेन्द्र बैद सचिव, संजय बैद सह सचिव, विजय कुमार बैद-कोषाध्यक्ष बनाए गए। मंदिर ट्रस्ट की कार्यकारिणी में अजय बैद, मनोज बैद, राजेश बैद, अनिल, अंशु बैद, मनीष भंडावत, कुशल बैद, दर्शन सोनावत, मोहित बैद व मानव बैद सर्वसम्मति से सदस्य मनोनीत किया गया।

 

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