सम्पूर्ण राज्य में आरसीडीएफ से सम्बद्ध सभी जिला दुग्ध संघों द्वारा दूध का दूध,पानी का पानी अभियान चलाया जा रहा है- नोपाराम जाखड़
- बीकानेर उरमूल डेयरी द्वारा दूध का दूध और पानी का पानी-शुद्ध के लिए युद्ध अभियान का आगाज आज से-एमडी बाबूलाल
बीकानेर, 09 जनवरी। सम्पूर्ण राज्य में राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन द्वारा दूध का दूध,पानी का पानी अभियान शुरू किया गया है। उसी क्रम में उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, बीकानेर(उरमूल डेयरी)द्वारा आज से आगामी 17 फरवरी तक दूध का दूध-पानी का पानी-शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जाएगा। उरमूल डेयरी के चेयरमैन नोपाराम जाखड़ ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य है कि आम उपभोक्ताओं को दूध की शुद्धता की जांच कर नकली व मिलावटी दूध से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के प्रति जागरूक करना है।
प्रबंधक निदेशक बाबूलाल बिश्नोई ने बताया कि इस अभियान के लिए एक टीम का गठन किया गया है, जिसमें उरमूल डेयरी (एनडीडीबी)के उप प्रबन्धक शुभम गुलाटी टीम इंचार्ज, जनसम्पर्क इंचार्ज मार्शल प्रहलाद सिंह, लैब टैस्टिंग टीम के इंचार्ज राकेश कुमार,रूट इंचार्ज मनीष रंगा , हनुमान, उमेश, आदित्य एवं सम्बन्धित सहायक कर्मचारी शामिल होंगे।
उरमूल डेयरी के मार्केटिंग हैड मोहनसिंह खीचड़ ने बताया कि उन्होंने बताया कि दुधारू पशुओं से दुग्ध उत्पादन और दूध की खपत का तुलनात्मक अध्ययन करने पर यह पाया है कि नकली व मिलावटी दूध के बिना बाजार की मांग पूर्ती नहीं हो सकती है। आम उपभोक्ताओं को नकली व मिलावटी दूध से उतपन्न होने वाली बीमारियों से बचने एवं गुणवत्ता के प्रति जागरूक करने के उदेश्य से ही यह निःशुल्क जांच अभियान राज्यभर में चलाया जा रहा है। उपभोक्ताओं द्वारा उपलब्ध करवाए गए सैम्पल की हाथोंहाथ मौके पर ही निःशुल्क जांच की जाएगी तथा जांच रिपोर्ट भी उपभोक्ता को उसी समय उपलब्ध करवाई जाएगी।जांच के लिए लिए गए सैम्पल व जांच रिपोर्ट को एकत्रित कर व विस्तृत रिपोर्ट प्रबन्ध संचालक आरसीडीएफ को सौंपेंगे।
उप प्रबन्धक शुभम गुलाटी ने बताया कि दूध की टेस्टिंग के लिए जिलेभर में पॉइन्ट चिन्हित कर निर्धारित कर लिए गए हैं तथा अभियान की शुरुआत जयनारायण व्यास कॉलोनी के सिमरन सरस बूथ से की जा रही है। जनसंपर्क इंचार्ज मार्शल प्रहलाद सिंह ने बताया कि इस अभियान में मीडिया की भूमिका भी अहम है तथा इस पुनीत कार्य में उनके सहयोग की अपेक्षा है।इस अभियान के दौरान सूचना देने वालों के नाम गोपनीय रखे जाएंगे।