राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड के स्थानीय संघ गंगाशहर का वार्षिक अधिवेशन संपन्न
- दुगुने जोश के साथ स्काउट मिशन को आगे बढ़ाने हेतु कृत संकल्पित होकर वर्ष पर्यंत किया जाएगा काम
बीकानेर, 11 सितम्बर । राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड के स्थानीय संघ, गंगाशहर का वार्षिक अधिवेशन बुधवार को स्थानीय संघ के सभागार में आयोजित किया गया।
स्थानीय संघ के सचिव प्रभुदयाल गहलोत के मुताबिक इस अधिवेशन में गत सत्र की उपलब्धियों – आय – व्यय के लेखा – जोखों तथा कमियों पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि वर्तमान सत्र के लिए लक्ष्यों का निर्धारण भी इस अवसर पर किया गया। पूर्व में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा घोषित सहयोग राशि को प्राप्त करने, परिसर के बाहर लगे अवैधानिक डेयरी बूथ को हटवाने तथा बकाया कोटामनी के संग्रह के लिए भरसक प्रयास करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। स्थानीय संघ के उपप्रधान गिरिराज खैरीवाल ने अधिवेशन के संयोजन के दौरान अगले साल के अधिवेशन के लिए किसी विद्यालय विशेष द्वारा मेजबानी करने की अपील की।
मनोरमा विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय के डायरेक्टर चंपालाल प्रजापत द्वारा किए गए मेजबानी के आग्रह को सर्वसम्मति से पारित किया गया। अधिवेशन के मुख्य अतिथि सी. ओ. स्काउट जसवंत सिंह राजपुरोहित ने अपने संबोधन में उपस्थित सभासदों से स्काउट व गाइड के मूल सिद्धांतों के अनुसार अपने अपने स्कूल्स में ग्रुप संचालन करने की अपील की। उन्होंने अनेक नवाचारों का जिक्र करते हुए स्काउट व गाइड की गतिविधियों को सुचारू रूप से करने हेतु प्रभावी मार्गदर्शन किया।
स्थानीय संघ के प्रधान वरिष्ठ पत्रकार भवानीशंकर जोशी ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्तमान सत्र में स्थानीय संघ दुगुने जोश के साथ स्काउट व गाइड के मिशन को आगे बढ़ाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि जो छोटी छोटी कमियां रही हैं, उनकी पुनरावृति नहीं की जाएगी। स्थानीय संघ के सचिव प्रभुदयाल गहलोत ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर स्थानीय संघ एडीसी (गाइड) भारती शर्मा, एडीसी (स्काउट) सूरज रत्न सोनी, अजय गोदारा तथा स्थानीय संघ की कोषाध्यक्ष संतोष कौर संधू ने भी अपने अपने विचार व सुझाव प्रस्तुत किए। अधिवेशन की शुरुआत प्रार्थना के साथ हुई और समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ। सभी अतिथियों का स्वागत स्काउट स्कार्फ पहनाकर किया गया। प्रधान भवानीशंकर जोशी ने आभार प्रकट किया।अधिवेशन में स्थानीय संघ क्षेत्र की सरकारी व गैरसरकारी शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सक्रिय संभागित्व किया।