पवित्र माह-ए-रमजान में अल्लाह की इबादत कर रही है आयत एवं जुवेरिया


चूरू, 15 मार्च। इबादतों रहमतों फजिलतों बरकतों का पवित्र महिना माह-ए-रमजान में चूरू निवासी मकसूद अली व जुबैदा बानों की नवासी व जावेद अली व फरीन सिसोदिया की दोनों जुड़वां नन्ही बच्ची आयत एवं जुवेरिया ना केवल नमाज पढ़ रही है बल्कि पवित्र क़ुरआन शरीफ़ भी सिख रही है ओर अल्लाह तआला से दुआ भी कर रही है।



नानी जुबैदा बानों ने बताया की माह-ए-रमजान में नन्हे रोजेदार भूखे-प्यासे रह कर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं तथा रमजान में बड़ों के साथ छोटे बच्चे भी रोजा रखकर खुदा की इबादत में पीछे नहीं है। मासूम रोजा रखकर पांच वक्त की नमाज अदा कर खुदा के आगे सजदा कर रहे हैं। सेहरी और इफ्तार भी समय पर कर रहे हैं। जिले में सैकड़ों ऐसे बच्चे हैं, जिन्होंने पहली बार रोजा रखा व नियम का पालन भी कर रहे हैं। ये भूखे-प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं।


हिना सिसोदिया कहती हैं कि रहमत और बरकत का महीना माह-ए- रमजान घर के लाेगों में इबादत के लिए जुनून पैदा करता है, इसलिए बच्चे भी इबादत में हमेशा बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं उन्होंने बताया छोटे बच्चे रोजा रखते है, तो उन्हें अल्लाह की नजदीक माना जाता है।
मां फरीन सिसोदिया ने बताया की बच्चों के रोजा रखने का पुण्य उनके माता-पिता को मिलता है। इस आयु में ही उनमें अल्लाह के प्रति विश्वास उनके भविष्य के लिए बेहतर है। नन्हे रोजेदारों ने कहा कि वे रोजा रख कर देश में अमन चैन सकून व देश की उन्नति एवं तरक्की व खुशहाली की दुआ कर रहे हैं ।
तब्बू सिसोदिया ने कहा रोजेदार के लिए रमजान का महीना काफी अहम होता है। हम इस महीने का बेसब्री से इंतेजार करते हैं माह-ए-रमजान में नन्हे रोजेदार भूखे-प्यासे रह कर अल्लाह की इबादत कर रहे, रमजान में बड़ों के साथ छोटे बच्चे भी रोजा रखकर खुदा की इबादत में पीछे नहीं है। मासूम रोजा रखकर पांच वक्त की नमाज अदा कर खुदा के आगे सजदा कर रहे हैं। सेहरी और इफ्तार भी समय पर कर रहे हैं। जिले में सैकड़ों ऐसे बच्चे हैं, जिन्होंने पहली बार रोजा रख नियम का पालन भी कर रहे हैं। ये भूखे-प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं।
कासिफ सिसोदिया ने कहा की हम परिवार के सभी सदस्य पवित्र माह-ए-रमजान में रोज़ा रखकर अल्लाह तआला की इबादत करते हैं ओर पवित्र कुरान शरीफ की तिलावत करके सभी की खुशहाली की दुआ करते हैं इसी से प्रेरित होकर नन्हे बच्चे की इबादत तिलावत व दुआ करते हैं।