इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका- सपा की एकमात्र प्रत्याशी का नामांकन रद्द
खजुराहो , 5 अप्रैल। मध्यप्रदेश के पन्ना से अब तक की सबसे बड़ी खबर आ रही है। इंडिया गठबंधन को मध्यप्रदेश में तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस ने जिस सीट को समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ा था, उसके प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया है। इस सीट पर कांग्रेस और सपा मिलकर भाजपा के वीडी शर्मा (VD SHARMA) के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले थे। इधर, राजनीतिक गलियारों में अब मीरा यादव के भाजपा में जाने की भी अटकलें लगने लगी हैं।
मध्यप्रदेश में शुक्रवार को इंडी गठबंधन (I.N.D.I.A) में शामिल समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस ने जिस खजुराहो सीट को समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ा था, उसके प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हो गया है। अब खजुराहो निर्वाचन सीट से भाजपा के वीडी शर्मा अकेले चुनाव लड़ेंगे। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के नामांकन भरने की प्रक्रिया चल रही है। खजराहो सीट पर समाजवादी पार्टी ने हाल ही मीरा यादव को टिकट दिया था। मीरा यादव अखिलेश यादव के करीबी दीप नारायण यादव की पत्नी हैं।
खास बात यह है कि इसके तीन दिन पहले तक समाजवादी पार्टी ने मनोज यादव को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन, उनका फीडबैक कमजोर आने की बात जब आलाकमान तक पहुंची तो खजुराहो प्रत्याशी को बदल कर मीरा यादव को टिकट दे दिया। गौरतलब है कि 2008 में मीरा यादव निवाड़ी विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुकी हैं। हालांकि यह सीट परिसीमन के बाद से टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र में चली गई। मीरा के पिता दीप नारायण यादव पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रहे हैं।
हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे
मीरा यादव के पति दीपक यादव ने मीडिया से इस बारे में चर्चा की। यादव का कहना था कि सारी जांच करने के बाद नामांकन को वेरिफाई किया, अगर कुछ कमी है तो नियमावली में यह नियम है कि कोई अनपढ़ प्रत्याशी रहता है तो उसका भी फार्म दुरुस्त कराने की जिम्मेदारी निर्वाचन अधिकारी या संबंधितों की होती है। कल उसे ओके किया गया था। अब उसमें दो कमियां बताई जा रही है कि हमारी वोटर लिस्ट में सर्टीफाई कॉपी पुरानी लगी है। दो जगह की जगह एक जगह दस्तखत किए गए। इसकी वजह है कि हमें दो तारीख को एप्लाई किया, तीन तारीख को कापी नहीं मिल पाई। तो जो सर्टीफाई कॉपी उपलब्ध थी वो लगा दी हमने। यदि वो पुरानी दिख रही थी खराब दिख रही थी तो ये लोग बोलते तो हमारी पास समय था, हम लगा देते। यादव ने कहा कि हमने लिखित में मांगा है। हमने आग्रह किया कि अभी सुधार का मौका है अभी तीन बजे हैं। हम सुधार सकते हैं। यदि कोई कमी थी तो वे कल बताते तो हम उसे सुधार सकते थे। हम हाईकोर्ट भी जाएंगे और सुप्रीम कोर्ट जाएंगे, चुनाव आयोग भी जाएंगे।
क्यों हुआ नामांकन रद्द
पन्ना निर्वाचन अधिकारी ने मीरा यादव से कोई सूची मांगी थी। उस सूची को उन्होंने निर्वाचन अधिकारी को नहीं दिया। 4 अप्रैल को नामांकन जमा करने का अंतिम दिन था। मीरा ने इसी दिन नामांकन जमा किया था। बताया जा रहा है कि नामांकन पत्र पर मीरा यादव के कुछ जगह हस्ताक्षर नहीं थे, इसलिए नामांकन सत्यापन के दौरान कलेक्टर ने रद्द कर दिया। वहीं नामांकन रद्द होने के बाद मीरा यादव के पति दीप नारायण यादव ने कलेक्टर को एक आवेदन दिया है, जिसमें उन्होंने फिर से मौका देने की बात कही है।
क्या भाजपा में होंगी शामिल
समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी बनाई गई मीरा यादव का नामांकन रद्द होने के बाद अब अटकलों का दौर तेज हो गया है। नामांकन रद्द होने के बाद उनके भाजपा में जाने की भी चर्चा है।
1 अप्रैल को बदला था टिकट
अखिलेश यादव की पार्टी ने 1 अप्रैल को ही खजुराहो लोकसभा सीट के प्रत्याशी में बदलाव किया था। पहले सपा ने मनोज यादव को उम्मीदवार बनाया था लेकिन 2 दिन के अंदर ही सपा ने मनोज यादव की जगह पूर्व विधायक मीरा दीपक यादव को टिकट दे दिया। वहीं मनोज यादव को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया।