रेल दादाबाड़ी में दादा गुरुदेव के प्रतिष्ठा दिवस पर भक्ति संगीत के साथ बड़ी पूजा व गौतम प्रसादी
बीकानेर, 11 जून। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ ट्रस्ट के तत्वावधान में मंगलवार को साध्वीश्री चन्द्रप्रभा की शिष्या साध्वी चिन्मया श्रीजी व कृतार्थ निधिश्रीजी के नेतृत्व में नोखा रोड पर भगवान श्री महावीर मार्ग पर स्थित 408 वर्ष प्राचीन रेल दादाबाड़ी में भक्ति संगीत के साथ प्रथम दादा गुरुदेव जिनदत्त सूरीश्वरजी की बड़ी पूजा की गई।
दादा गुरुदेव जिन दत्त सूरीश्वरजी की प्रतिमा के चांदी की विशेष अंगी की गई तथा मणिधारी दादा गुरुदेव, कुशल गुरुदेव व भद्र सूरीश्वरजी के चरण पादुकाओं का पूजन किया गया।
विचक्षण महिला मंडल की श्राविकाओं ने वरिष्ठ श्राविका मूलाबाई की अगुवाई में भक्ति गीतों के साथ करीब 3 घंटें तक जल,चंदन, धूप, दीप, अक्षत, नैवेद्य, फल, फूल व ध्वज पूजा की गई। दादा गुरुदेव की देवळी पर ध्वज चढ़ाया गया तथा वंदना की गई। कुशल दुगड़, विजय आदि ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए।
श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ ट्रस्ट के अध्यक्ष अजीत मल खजांची ने बताया कि चार शताब्दी प्राचीन दादा बाड़ी में दादा गुरुदेव जिन दत्त सूरीश्वरजी की प्रतिमा की प्रतिष्ठा 90 वर्ष पूर्व आचार्य चरित्र सूरीश्वरजी म.सा. के सान्निध्य में की गई।
मंत्री शांति लाल ने बताया कि इसी तरह की दादाबाड़ी की प्रतिष्ठा कोलकाता में भी आचार्य भगवन्तों की ओर से की गई। पूजा में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अशोक पारख, निर्मल पारख, पन्नालाल खजांची, कंवर लाल सेठिया सहित बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने गुरु वंदन पूजन किया।