बिहार की स्वर कोकिला और छठ गीत की पर्याय शारदा सिन्हा का 72 साल की आयु में निधन
- मां को छठी मैया ने अपने पास बुला लिया’, शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन बोले- आप सबकी प्रार्थना हमेशा उनके साथ रहेंगे
नई दिल्ली, 5 नवम्बर। बिहार की स्वर कोकिला और छठ गीत की पर्याय शारदा सिन्हा का 72 साल की आयु में निधन हो गया. पिछले तकरीबन 15 दिन से उनका दिल्लरी AIIMS में इलाज चल रहा था. उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने इससे पहले बताया था कि वह बोलने में भी लड़खड़ाने लगी हैं।
कुछ दिनों पहले ही उन्हें आईसीयू से निकाल कर प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया था. दिल्ली एम्स से मिली जानकारी के अनुसार, शारदा सिन्हा ने रात 9:20 बजे अंतिम सांस ली।
शारदा सिन्हा की अचानक फिर से तबीयत बिगड़ी तो उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. हालांकि, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. कुछ दिनों पहले ही उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने बताया था कि शारदा सिन्हा ठीक से बोल नहीं पा रही हैं. लोगों को पहचान ले रहीं, लेकिन बात करने में उन्हें परेशानी हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने X पर पोस्ट कर लिखा, ‘प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं. आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी. उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।
शोक संवेदना जता रहा हर वर्ग
सोशल मीडिया पर शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि दी जा रही है। इधर, भाजपा के संस्थापकों में रहे पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा, पटना के सांसद रविशंकर प्रसाद, पाटलिपुत्र के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुरात सिन्हा, कांग्रेस नेता सूरज सिन्हा समेत सैकड़ों नेताओं का शोक संदेश प्राप्त हो रहा है। राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने लोक गायिका पद्मविभूषण शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि अपने गाये छठ गीतों से लोक आस्था के महापर्व छठ को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नयी पहचान देने वाली शारदा सिन्हा का निधन छठ अनुष्ठान के दौरान हीं होना इस पर्व के प्रति उनके आत्मीय लगाव को दर्शाती है।