बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज ने महात्मा गांधी के संचार कौशल का उत्सव मनाया
बीकानेर , 1 अक्टूबर। महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर, बीकानेर के इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र गतिविधि केंद्र के अन्तर्गत पुस्तक पीपल क्लब ने “महात्मा गांधी एक प्रभावी संचारक के रूप में” विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। यह कार्यक्रम 1 अक्टूबर, 2024 को गांधी जयंती से एक दिन पहले आयोजित किया गया था।
दस छात्रों ने प्रतियोगिता में भाग लिया, महात्मा गांधी के जीवन और शिक्षाओं के बारे में अपने वाक्पटुता और समझ का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम का समन्वय डॉ. अतुल गोस्वामी ने किया था और जजों के सम्मानित पैनल में डॉ. चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली और डॉ. निशा श्रीवास्तव शामिल थे।
बी.टेक की छात्रा लक्षिता पुरोहित ने प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता, महात्मा गांधी की संचार रणनीतियों पर अपने प्रभावशाली भाषण से जजों को प्रभावित किया।
बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओम प्रकाश जाखड़ ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सुशोभित किया और महात्मा गांधी की विरासत पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने छात्रों को गांधी के जीवन से सीखने और स्वयं प्रभावी संचारक बनने का प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ. चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली ने महात्मा गांधी की संचार शैली की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डाला, जिन्हें छात्र अनुकरण कर सकते हैं। उन्होंने गांधी की सभी वर्गों के लोगों से जुड़ने की क्षमता, उनके विचार की स्पष्टता और उनकी प्रेरक क्षमताओं पर जोर दिया।
डॉ. अतुल गोस्वामी ने विजेता का घोषणा की। एसएसी समन्वयक डॉ. अंकुर गोस्वामी ने गांधी जी के साहित्यिक कार्यों की प्रशंसा की और साथ ही छात्रों की प्रशंसा की कि वे अभी भी अपने नेता में पूरा विश्वास रखते हैं और उनके काम करने के तरीके को देखते हैं।
इसके अलावा, प्राचार्य डॉ. ओ. पी. जाखड़ और एसएसी समन्वयक ने दिवेर विजय स्मृति कार्यक्रम ड्राइंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता’, ‘निबंध’, ‘कविता लेखन’ और ‘महाराणा प्रताप के वीरता पर भाषण प्रतियोगिता’ में जीते हुए छात्रों को पुरस्कार भी वितरित किए।
एस ए सी समन्वयक डॉ अंकुर गोस्वामी ने सभी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ बधाई दी। प्रथम पुरुस्कार प्राप्त करने वाले छात्रों में सूरज जोशी, विजय प्रताप सिंह, चित्रांशा तिवारी, एवं ऋतिका आदि छात्रों ने सभी का धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम का सफल संचालन छात्र एस ए सी समन्वयक यशवर्धन आचार्य, ख़ुशी बिस्सा, की पूरी टीम ने किया
महात्मा गांधी का जीवन प्रभावी संचार की शक्ति का प्रमाण है। उनके सिद्धांतों को समझकर और लागू करके, व्यक्ति अपने समुदायों और दुनिया पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।