पानी पर दौड़ी ट्रेन ! भारी बारिश के बाद बीकानेर में दिखा अद्भुत नजारा देखें VIDEO
- सड़कों और गलियों में पानी भरने के साथ-साथ रेलवे ट्रैक भी जलमग्न हो गया है. रेलवे ट्रैक के पानी में डूब जाने से ऐसे लग रहा है, जैसे ट्रेन पानी पर चल रही हो.
बीकानेर , 2 अगस्त। पिछले दो माह से राजस्थान के कई जिलों में अप्रैल और मई के महीने में भीषण गर्मी देखने को मिली. इसके बाद अब कुछ दिनों से मौसम मेहरबान है. लंबे अरसे बाद बीकानेर में जमकर बारिश हुई है. पिछले 24 घंटे के दौरान बीकानेर में 15 मिमी बारिश दर्ज की गई है. तेज बरसात के बाद शहर के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. शहर की सड़कें दरिया बन गईं।
जलमग्न हो गए रेलवे ट्रैक
सड़कों और गलियों में पानी भरने के साथ-साथ रेलवे ट्रैक भी जलमग्न हो गया है. रेलवे ट्रैक के पानी में डूब जाने से ऐसे लग रहा है, जैसे ट्रेन जैसे पानी पर चल रही हो. शुक्रवार को इस तरह का अनोखा नजारा बीकानेर में देखने को मिला, जब बीकानेर से 50 किलोमीटर दूर महर्षि कपिल की धरती कोलायत के रेलवे स्टेशन पर रेल ट्रैक पूरी तरह से पानी मे डूब गया.
मानसून की मेहरबानी से बीकानेर के लोगों को अनोखे नज़ारे भी देखने को मिल रहे हैं. भारी बारिश की वजह से यहाँ की सड़कें पूरी तरह पानी मे डूब चुकी हैं, वहीं रेल ट्रैक भी इससे अछूते नहीं हैं. बीकानेर से 50 किलोमीटर दूर महर्षि कपिल की धरती कोलायत के रेलवे स्टेशन पर जहाँ रेल ट्रैक पूरी… pic.twitter.com/4wzmXBvlyC
— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) August 2, 2024
उफान पर है मासी नदी
वहीं पानी का लेवल बढ़ कर प्लेटफ़ॉर्म के बराबर आ गया. इसी दौरान वहाँ से गुज़रने वाली ट्रेनें ऐसे चल रही थीं, जैसे रेलवे लाइन पर पानी के ऊपर ट्रेन चल रही हो. कुछ इसी तरह हाल राजस्थान के टोंक जिले में देखने को मिला. इसी तरह टोंक जिले का भी हाल है. मासी नदी (Masii River) उफान पर है, जिसके कारण पीपलू से बगड़ी रोड़ 3 फीट से अधिक पानी में डूब गई है.
पीपलू में स्कूल बना तालाब
बीती रात इस रोड को पार करते समय दो पिकअप पलट गई, जिसमें से एक को तो जेसीबी की सहायता से बाहर निकाल लिया गया, मगर दूसरे में भारी सामान लोड होने के कारण नहीं निकाला जा सका. पीपलू में भारी बरसात के चलते राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तालाब बन चुका है. वहां बरसात का पानी पुस्तकालय में भरने से लगभग 10 हजार से अधिक किताबें खराब हो चुकी हैं. कई कक्षा की छतों से पानी टपक रहा है, जबकि स्कूल परिसर के कई कमरों में पानी भर गया है.