खेजड़ी कटाई के विरोध में आज बीकानेर बंद रहा
- मुख्य बाजारों में व्यापारियों ने दुकानें नहीं खोली, बिश्नोई महासभा की टीम ने किया प्रदर्शन
बीकानेर , 26 दिसम्बर। बीकानेर में सोलर कंपनियों की ओर से लगातार खेजड़ी के पेड़ काटने और राज्य सरकार की ओर से कोई नीति नहीं बनाने के विरोध में गुरुवार को बीकानेर बंद सफल रहा। मुख्य मार्गों के साथ ही गली-मोहल्लों की दुकानें भी बंद करवाई गई। शहर के कई प्राइवेट मार्केट भी बंद रखे गए। बिश्नोई महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अलग-अलग टोली बनाकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घूम-घूमकर बाजार बंद करवा रहे । दोपहर बाद मुख्य बाजार में दुकानें खुलटी नजर आयी।
व्यापारियों ने बाजार बंद रखे
महासभा के पदाधिकारियों ने कोटगेट से केईएम रोड और कोटगेट से दाऊजी मंदिर तक अलग-अलग टीमों को भेजा। सुबह-सवेरे पहुंची इन टीमों को देखते ही दुकानों के शटर डाउन होने शुरू हो गए। वहीं नौ-दस बजे बाद खुलने वाली दुकानों के शटर ऊपर ही नहीं हुए। दाऊजी मंदिर से सार्दुल सिंह सर्किल तक दुकानें पूरी तरह बंद रही। इसके अलावा जस्सूसर गेट, नत्थूसर गेट, रानी बाजार, स्टेशन रोड, पंचशति सर्किल, जयनारायण व्यास कॉलोनी, खजांची मार्केट, जैन मार्केट सहित अनेक क्षेत्रों में भी बाजार पूरी तरह बंद रहे।
अत्यावश्यक सेवाओं को बंद से अलग रखे गया । ऐसे में पीबीएम अस्पताल के सामने मेडिकल दुकानों पर चहल-पहल नजर आयी लेकिन यहां जनरल स्टोर्स व अन्य दुकानें बंद रही । मरीजों के परिजनों के लिए चाय-नाश्ते की दुकानें खुली थी । वहीं सेटेलाइट और जिला अस्पताल के आसपास दवा की दुकानें खुली थी ।
खेजड़ियों को बचाने के लिए बंद ?
दरअसल, बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में हर रोज नए-नए सोलर प्लांट लग रहे हैं। इन प्लांट को लगाने के लिए हजारों की संख्या में खेजड़ी के पेड़ काट दिए गए हैं। पेड़ों को काटने के बाद नियमानुसार दूसरे लगाने होते हैं, ये काम भी नहीं हो रहा। स्थिति ये है कि अकेले बीकानेर में कई गांवों से खेजड़ी लुप्त हो गई है।
खेजड़ियों को बचाने के लिए सीएम से मिले थे ग्रामीण
बीकानेर के कलेक्टरी परिसर में ग्रामीण अर्से से धरना दे रहे थे। इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से नागौर यात्रा के दौरान मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जल्द ही सख्त कानून बनाने और गैर कानूनी तरीके से खेजड़ी के पेड़ काटने वालों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। इसी आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया था। अब तक इस दिशा में कोई काम नहीं होने पर अब बीकानेर बंद की घोषणा की गई। गुरुवार को समाज के लोगों ने बंद के लिए अलग-अलग टीम बनाई तथा पुरे शहर में , गंगाशहर व भीनासर में टीमें घूमती रही और लोगों को बंद के लिए प्रेरित किया गया। खेजड़ियों को बचाने के लिए आम जनता का पूरा सहयोग रहा।