बीजेपी विधायक ने ABVP कार्यकर्ता को दी धमकी-गाड़ी चढ़ा दूंगा
- जयपुर में MLA को मीटिंग में जाने से रोका, गाड़ी के आगे बैठे, नारेबाजी भी
जयपुर , 3 दिसम्बर। हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार यूनिवर्सिटी में सोमवार को सिंडिकेट मीटिंग रखी गई थी। इसके खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। इस दौरान जब बीजेपी विधायक भागचंद टांकडा मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंचे। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें मीटिंग में शामिल नहीं होने दिया। इससे नाराज होकर विधायक फिर से अपने घर जाने लगे। कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा- भाग कर कहां तक जाओगे। इससे नाराज होकर विधायक ने कहा- बकवास करेगा तो गाड़ी चढ़ा दूंगा।
दरअसल, शिक्षा संकुल में सोमवार को हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार यूनिवर्सिटी की सिंडीकेट सदस्यों की मीटिंग आयोजित की गई थी। इसके खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता 7 सूत्री मांगों को लेकर शिक्षा संकुल में ही विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान जब सिंडिकेट सदस्य भाजपा विधायक भागचंद टांकडा बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर कर अपनी सात सूत्री मांगों को जल्द पूरा करने की मांग रखी। उन्हें बैठक में नहीं जाने दिया।
इसके बाद कुछ ही देर में बीजेपी विधायक भागचंद अपनी गाड़ी की और आगे बढ़ गए।छात्रों ने बीजेपी विधायक को रोक अपनी समस्या बताने का प्रयास किया। वह नहीं रुके और गाड़ी में बैठ आगे बढ़ने लगे। इस पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि भाई साहब आपने यहां कर बैठा रखे हैं। यह लोग छात्रों की सुनवाई तक नहीं कर रहे।
इसके बाद भी विधायक अपनी गाड़ी में बैठ गेट बंद करने लगे। इससे नाराज होकर छात्रों ने कहा- आप भी भागकर कहां जाओगे, कब तक बचोगे। इस पर नाराज होकर विधायक ने छात्रों से कहा कि ज्यादा बकवास करेगा तो गाड़ी चढ़ा दूंगा। इसके बाद नाराज छात्रों ने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। शिक्षा संकुल में ही धरने पर बैठ गए।
विधायक की गाड़ी के आगे बैठे
इस दौरान लगभग 15 मिनट तक छात्र बीजेपी विधायक की गाड़ी के आगे से नहीं हटे। हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ सुधि राजीव और पुलिस को मौके पर बुलाया गया। इसके बाद छात्रों ने अपना साथ सूत्री मांग पत्र कुलपति को सौंपा और विधायक मौके से रवाना हो सके।
ABVP की मुख्य मांगें
- विद्यार्थियों से बेहतर सुविधाओं के नाम पर अत्यधिक प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है, लेकिन सुविधाएं न्यूनतम स्तर की हैं।
- स्टूडियो के उपकरण खरीदने के बावजूद, स्टूडियो विद्यार्थियों के लिए बंद रखा गया है।
- दूर से आने वाले विद्यार्थियों को परिवहन पर भारी खर्च करना पड़ता है। उन्हें अब तक पहचान पत्र नहीं मिले हैं।
- यूनिवर्सिटी का स्थानांतरण नए भवन में अब तक नहीं किया गया है, जबकि नया भवन तैयार हो चुका है।
- यूनिवर्सिटी में गेस्ट फैकल्टी की बजाय नियमित शिक्षकों की नियुक्ति में देरी हो रही है।
- सेमेस्टर परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं की जा रही हैं।
- विद्यार्थियों को व्यावसायिक अनुभव देने के लिए इंटर्नशिप की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महानगर मंत्री सुशील ने बताया- यूनिवर्सिटी में पिछले लंबे वक्त से भारी अनियमिताएं चल रही हैं। इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गांधी वादी तरीके से प्रदर्शन कर रही थी। सरकार के ही एक विधायक द्वारा छात्रों को धमकी दी गई। जो पूरी तरह से आलोक तांत्रिक है।
छात्र नेता नवीन ओला ने कहा- अगर सरकार ने जल्द से जल्द हमारी सात सूत्री मांगों को पूरा नहीं किया तो एक बार फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उग्र प्रदर्शन करेगी। जिसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।
वहीं इस पूरे विवाद पर हमने बीजेपी विधायक भागचंद टांकडा से भी उनका पक्ष जानने की कोशिश की। लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।