CJI चंद्रचूड़ को दी जान से मारने की धमकी, भीम आर्मी का प्रभारी गिरफ्तार
बैतूल , 6 अगस्त। देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को जान से मारने की धमकी मिली है। मध्य प्रदेश के बैतूल में एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। आरोपी ने आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के संबंध में मुख्य न्यायाधीश को फेसबुक पर कथित रूप से जान से मारने की धमकी दी है।
क्या था सुप्रीम कोर्ट का फैसला?
सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को एक ऐतिहासिक फैसले में कहा था कि राज्यों को अनुसूचित जातियों के भीतर उप-वर्गीकरण करने का संवैधानिक अधिकार है, ताकि सामाजिक और शैक्षणिक रूप से अधिक पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिए आरक्षण दिया जा सके। इस फैसले से नाराज एक शख्स ने सोशल मीडिया पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ को जान से मारने की धमकी दी थी।
आरक्षण वाले फैसले है दुखी
पंकज अतुलकर ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि गुलाम भारत को आजादी दिलाने वाले महान क्रांतिकारियों को हम शत शत नमन करते हैं। गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के परिपेक्ष्य में हमारे क्रांतिकारियों ने जिस प्रकार अंग्रेजों और अंग्रेजों के गुलामों को बंदूक, फरसे और अन्य हथियारों से मारा था उसी प्रकार मैं पंकज अतुलकर भी आह्वान करता हूं कि मुझे मौका मिला तो सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़, जिसने अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों को गुलाम बनाने का फैसला सुनाया है और संविधान का भी उल्लंघन किया है। ऐसे कुटिल मानसिकता वाले सामंतवादी धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ को मार गिराऊंगा, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को कीड़े मकोड़े के जीवन का सामना न करना पड़े। आप सभी से अपील है कि समाज के लिए लड़ते रहे। पुलिस से इस मामले को संज्ञान में लेकर जांच किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम पंकज अतुलकर है और वह भीम आर्मी से जुड़ा है।
जेल भेजा गया धमकी देने वाला आरोपी
भीम आर्मी के मध्यप्रदेश इकाई के प्रभारी पंकज अतुलकर को मंगलवार को बैतूल से गिरफ्तार किया गया है। उस पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आरक्षण संबंधी फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। पुलिस ने बताया है कि 34 साल के अतुलकर को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
IT एक्ट के तहत दर्ज हुआ मुकदमा
बैतूल एडिशनल एसपी कमला जोशी का कहना है कि सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ विरोधाभासी टिप्पणी करने के मामले में पंकज अतुलकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, मामले की जांच की जा रही है. आईटी एक्ट तथा बीएनएस की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
पंकज अतुलकर ने कहा- पोस्ट का मुझे अफसोस नहीं
भीमसेना के प्रदेश संयोजक पंकज अतुलकर का कहना है कि, “जब हम गुलाम भारत में रहते थे तो हमारे कुछ पूर्वज क्रांतिकारी थे. उन्होंने हमें आजादी दिलाई, लेकिन एससी-एसटी वर्ग के खिलाफ चीफ जस्टिस ने जो फैसला सुनाया है. इसे लेकर हम गुलामी महसूस कर रहे हैं. हमें लग रहा है कि कहीं ना कहीं हमें गुलाम बनाया जा सकता है. इसी को लेकर मैने अपने क्रांतिकारी पूर्वजों का अनुसरण करते हुए यह फेसबुक पोस्ट किया है. यह पोस्ट मैंने उत्तेजना में की है ऐसा मैं नहीं करूंगा और पोस्ट करने का मुझे दुख भी नहीं है.”
एडिशनल एसपी बैतूल कमला जोशी का कहना है कि सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ विरोधभास टिप्पणी करने के मामले में पंकज अतुलकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. आईटी एक्ट तथा बीएनएस की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.