गंगाशहर के युवक के खाते से दो लाख निकले
बीकानेर \ गंगाशहर , 11 अक्टूबर। जैन समाज के एक युवक को डिजिटल अरेस्ट कर 2 लाख की ठगी करने के मामले में बीकानेर साइबर थाना पुलिस में शिकायत की गयी है। आरोपियों ने ठगी करते हुए नई लेन , गंगाशहर निवासी निर्मल बोथरा के ICICI बैंक के खाते से दो लाख रुपये निकलकर ऑनलाइन किसी दूसरी बैंक में ट्रांसफर कर लिए गए।
बोथरा ने तुरन्त बैंक व पुलिस की साइबर टीम को सूचित किया गया। पुलिस इसके साथियों की तलाश कर रही है. पीड़ित ने गंगाशहर थाने में FIR भी दर्ज करवानी चाही परन्तु पुलिस ने FIR दर्ज करने से मना कर दिया। अपने व्यक्तिगत सम्पर्कों के चलते पुलिस के उच्च अधिकारियों से बीकानेर व जयपुर में सम्पर्क किया गया। साइबर टीम पूरी तरह से सक्रीय हो चुकी है परन्तु खबर लिखे जाने तक अपराधी पकड़ में नहीं आ सकें हैं।
डिजिटल अरेस्ट नहीं, घर से पकड़ती है पुलिस
ठग लोग फोन करके अरेस्ट करने की धमकी देते हैं। सेक्स , नशीली दवाओं के उपयोग और ना जाने किस किस तरह की बातों के जाल में फंसा कर ठगी कर लेते हैं।
पुलिस का कहना है कि डिजिटल अरेस्ट के मामले भी बढ़ रहे हैं। साइबर सीओ का कहना है कि भारत के किसी भी राज्य की पुलिस डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है। यदि आपने कोई अपराध किया है तो पुलिस घर पर आकर पकड़ती है। लोगों को यह भी समझना होगा कि उन्हें फंसाने की धमकी देकर पुलिस कभी रुपये नहीं मांगती है। इस बात का भी ध्यान दें कि ठगी का पैटर्न बदल रहा है। हो सकता है अगली बार ठग कोई और तरह की बात कहकर फंसा सकते हैं।
सतर्क रहें और ये गलती कतई न करें
- अपरिचित नंबर से आने वाले फोन को रिसीव न करें। वाट्सएप पर अपरिचित काल साइलेंट करने का फीचर आता है, इसे सेटिंग में जाकर एक्टिव कर लें।
- डिजिटल अरेस्ट, सेक्स रैकेट, शेयर ट्रेडिंग, बच्चे के अपहरण से संबंधित फोनकाल पर कतई यकीन न करें।
- किसी भी थाना-चौकी की पुलिस वाट्सएप काल करके रुपये नहीं मांगती। ऐसे काल आने पर तुरंत नजदीकी थाने पर जाएं।
- साइबर ठगी होने पर तुरंत टोल फ्री नंबर 1930 पर काल करें।