शहर की ऐतिहासिक धरोहर चोरी हो जाने के सम्बन्ध में जांच की मांग
- शहर की ऐतिहासिक धरोहर चोरी हो जाने के सम्बन्ध में जांच की मांग
बीकानेर , 25 जून। एडवोकेट गगन कुमार सेठिया ने जिला कलेक्टर को पात्र लिखकर बीकानेर शहर के परकोटे में लगे पांच बड़े बड़े गेटों के चोरी हो जाने का मामला की जांच की मांग की है।
उन्होंने लिखा है कि बीकानेर शहर में पांच रियासतकालीन मुख्य द्वार हैं – कोटगेट, गोगागेट, शीतलागेट, नत्थूसरगेट और जस्सूसरगेट । इन सभी द्वारा पर पूर्व में रियासतकाल से ही गेट (यानी किवाड़ / लकड़ी के दरवाजे जिनमे एक मुख्य दरवाजा तथा दोनों तरफ एक एक कुल दो छोटे दरवाजे ) लगे हुवे थे ।
पत्र में कहा गया है कि कुछ समय पूर्व इन सभी द्वारो की मरम्मत का कार्य जिला प्रशासन द्वारा करवाया गया था उसके बाद से सिर्फ कोटगेट पर गेट (यानी किवाड़ / लकड़ी का दरवाजे जिनमे एक मुख्य दरवाजा तथा दोनों तरफ एक एक कुल दो छोटे दरवाजे) लगे हुवे है।
परन्तु बाकि सभी द्वारों (गोगागेट, शीतलागेट, नत्थूसरगेट और जस्सूसरगेट) के गेट (यानी किवाड़ / लकड़ी के दरवाजे जिनमे एक मुख्य दरवाजा तथा दोनों तरफ एक एक कुल दो छोटे दरवाजे) मौजूद नहीं हैं । उक्त गेट (यानी किवाड़ / लकड़ी के दरवाजे जिनमे एक मुख्य दरवाजा तथा दोनों तरफ एक एक कुल दो छोटे दरवाजे ) रियासतकालीन ऐतिहासिक धरोहर हैं जिनकी कीमत करोडो में है ।
उक्त ऐतिहासिक धरोहर की सुरक्षा और देख रेख की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की थी । जिला प्रशासन की लापरवाही या मिलीभगत से उक्त ऐतिहासिक धरोहर (गेट) षड्यंत्रपूर्वक चोरी कर लिए गए हैं ।
अतः प्रार्थना पत्र पेश कर निवेदन है कि उपरोक्त वर्णित ऐतिहासिक धरोहर को वापस बरामद कर यथा स्थान लगवाए जाने की तथा दोषियों के विरूद्ध उचित कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करे । उन्होंने इस पत्र की प्रतिलिपि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व मुख्य सचिव , राजस्थान सरकार को भी भेजी है।