लोकतंत्र के उत्सव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न- शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में औसतन 40 से 54 प्रतिशत मतदान
बीकानेर 19 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को राजस्थान की 12 सीटों पर मतदान हुआ। शाम 6 बजे तक 61 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि ये अभी फाइनल आंकड़ा नहीं है, यह बढ़ भी सकता है। साल 2019 में इन सीटों पर 64.68 और साल 2014 में 61.66 प्रतिशत मतदान हुआ था।
बीकानेर लोकसभा सीट पर मतदान खत्म हो गया है। आमजन सहित नेता सुबह से ही मतदान बूथों पर पहुंचना शुरू हो गए थे। सुबह मतदान की गति अच्छी लेकिन दोपहर में बूथों पर सन्नाटा रहा। बीकानेर के डाइयां और नोखा के दासनु गांव में मतदान का बहिष्कार किया गया। मतदाताओं का कहना था कि उनकी मूतभूत समस्याओं की सुनवाई नहीं हुई। वहीं दूसरी ओर बड़े-बुजुर्गों के साथ ही पहली बार वोट देने वालों में उत्साह नजर आया। शाम 6 बजे बूथों का गेट बंद कर दिया गया। शाम 5:30 बजे तक मतदान 48.87 प्रतिशत रहा।
गंगाशहर में भाजपा प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल की SUV को पानी की बोतलें ले जा रही कैम्पर ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में गाड़ी डैमेज हुई है। वहीं लंदन से बीकानेर आकर एक आईटी कंसलटेंट ने वोट दिया है। बता दें कि बीकानेर सीट पर भाजपा-कांग्रेस में कड़ा मुकाबला है।
लोकसभा आम चुनाव 2024 के तहत मतदान के दौरान शुक्रवार को जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों में उत्सव जैसा माहौल रहा। मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र के पर्व में अपनी भागीदारी निभाई। शाम पांच बजे तक औसत मतदान 40 से 54 प्रतिशत मतदान हुआ।लोकसभा चुनाव को लेकर शाम छह बजे मतदान समाप्त हो गया है।
बीकानेर लोकसभा क्षेत्र की अनूपगढ़ विधानसभा में 67.87 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदान कर्मियों ने शाम को ईवीएम जमा करवा दी। इससे पहले सवेरे से ही मतदाताओं में वोटिंग को लेकर उत्साह नजर आया। कई बूथ ऐसे थे, जहां पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की संख्या नजर आई। सवेरे कतारें लंबी होने के कारण मतदाता अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। खासतौर पर नए वोटर्स में जोरदार उत्साह देखा गया। हालाकि जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया और धूप बढ़ी तो मतदान में जरुर थोड़ी सी कमी आई। शाम को एक बार फिर मतदान केंद्रों पर कतारें लग गईं।
संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी ने पंचशती सर्किल स्थित महिला जागृति परिषद में बने मतदान केंद्र में मतदान किया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. दुलीचंद मीणा ने सैनिक विश्राम गृह मतदान केंद्र पर मताधिकार का उपयोग किया। जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक हरि शंकर आचार्य ने शीतला गेट के बाहर स्थित केंद्र में मतदान केंद्र में वोट डाला। जिला आईकॉन और राष्ट्रीय स्वीमर पंकज सेवग तथा ट्रांसजेंडर मतदाता मुस्कान बाई ने श्यामौली के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
जिले के गाढवाला गांव में ग्रामीण मतदाता ऊंट गाड़े पर बैठकर मतदान केंद्र पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दूसरों से मतदान करने की अपील की। यहां के शैतान सिंह राईका ने बताया कि लोकतंत्र के महोत्सव में भागीदारी निभाना उनके लिए गर्व का विषय है। जिले के दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं ने भी उत्साह के साथ इस पर्व में भाग लिया। वृद्धजनों एवं दिव्यांग मतदाताओं को उनके परिजन मतदान स्थल तक लेकर आए। वहीं मतदान केंद्रों पर व्हील चेयर भी उपलब्ध करवाई गई। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में अपने मतदान केंद्रों तक पहुंची। पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को निर्वाचन आयोग द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
विभिन्न केंद्रों पर रखे सेल्फी प्वाइंट आकर्षण के विशेष केंद्र रहे। मतदान के दौरान मतदाताओं ने अपने एपिक कार्ड अथवा 12 अन्य वैकल्पिक पहचान पत्रों में से किसी एक का उपयोग करते हुए मतदान किया। मतदान स्थलों पर विद्युत, पेयजल सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहीं। दुलचासर और कागासर गांव में शादी से पहले दूल्हे सीधे मतदान केंद्र पहुंचे और अपने मत का उपयोग किया। इसी प्रकार पुंदलसर गांव में सुमन कंवरी ने विदाई के बाद सीधे मतदान केंद्र पहुंचकर वोट दिया तथा उसके बाद अपने ससुराल पहुंची।
मतदान केंद्रों पर हेला टोलियां सुबह से ही सक्रिय दिखी। इनके द्वारा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया गया। वहीं महिलाओं, युवाओं और दिव्यांग कार्मिकों वाले मतदान दलों ने भी मतदाताओं को प्रेरित किया। वहीं ग्रीन, पिंक, यूनिक और आदर्श मतदान केंद्रों की विशेष सजावट आमजन के लिए खास रही।जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती नम्रता वृष्णि ने यूआईटी स्थित इंट्रीगेटेड कंट्रोल रूम से पूरी स्थिति पर नजर रखी। उन्होंने वेब कास्टिंग की मॉनिटरिंग भी लगातार की। इस दौरान प्रशिक्षु आईएएस यक्ष चौधरी और जनसंपर्क अधिकारी भाग्यश्री गोदारा भी मौजूद रहे।
निर्वाचन विभाग, जिला व पुलिस प्रशासन की सजगता, चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिकों, पुलिस व अन्य सुरक्षाकर्मियों की सजगता, कर्तव्य निष्ठा व ईमानदारी से लोकतंत्र के उत्सव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। गोगागेट वाल्मीकि बस्ती में पानी एकत्रित होने, दइया गांव में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में कई लोगों ने मतदान में अरूचि दिखाई।
सुबह सात बजे से ही मतदान शुरू होने से मतदान केन्द्र के कार्मिक, सुरक्षाकर्मी सुबह चार बजे ही मतदान सामग्री को तैयार कर निर्धारित समय चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी।
कुछ मतदान केन्द्रों में ई.वी.एम. मशीन के अटकने से कुछ देर बाद शुरू मतदान हुआ वहीं कई स्थानों में चलते मतदान के दौरान ई.वी.एम. मशीन कुछ देर के लिए ठीठक ने से लोगों को परेशानी होगी। वैध मतदाता पहचान पत्र में जन आधार को स्वीकार नहीं करने से अनेक महिला मतदाताओं को मतदान अधिकारियों से उलझने के बाद बिना मतदान किए ही लौटना पड़ा।
बीकानेर नगर के रानी बाजार स्थित गुरुद्वारा स्कूल के महिला मतदान केन्द्र पर जन आधार लेकर पहुंची महिलाओं को बिना मताधिकार का प्रयोग किए लौटना पड़ा। जबकि जन आधार केन्द्र में महिला प्रमुख होने के कारण उसका फोटो, आधार नम्बर अंकित थे। गुरुद्वारा स्कूल के मतदान केन्द्र पर धोबीतलाई की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शबनम बानों बुर्के में मतदाताओं को मतदान कार्य में सहयोग कर रहीं थी ।
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बीकानेर में श्रीमती इंदिरा खीचड के पैर में फैक्चर होने के बाद भी लोकतंत्र के उत्सव में भागीदारी के लिए अपने पुत्र के साथ मतदान करने पहुंची। उन्होंने मतदान केन्द्र पर सुलभ व्हील चैयर का उपयोग करते हुए सुगमता से मतदान किया। शिवबाड़ी की राजकीय स्कूल के मतदान केन्द्र में दिव्यांग श्रीमती सरोज शर्मा, बेगानी चौक के भैरव रत्न बालिका विद्यालय के मतदान केन्द्र पर दिव्यांग दीपिका विशेष वाहन से तथा पैरों से लाचार गवरा देवी व्हील चैयर पर मतदान केन्द्र पर पहुंच कर मतदान किया। स्कूल में तैनात गाइड छात्रा रीतिका भाटी, रीचा सोनी, लक्षिता कुमावत व चंचल कंवर सोलंकी ने दिव्यांगों को मतदान करवाने में सहयोग किया। बिन्नाणी कॉलेज के मतदान केन्द्र पर दिव्यांग भादाणी ने उत्साह से मतदान किया।
कोचरों के चौक की श्री गोपाल बजाज स्कूल व जस्सूसर गेट के बाहर नेहरू शारदा पीठ कॉलेज सहित अनेक मतदान केन्द्रों पर लगे चुनाव प्रक्रिया की निगरानी में जिला प्रशासन की ओर से लगाए गए सी.सी.टी.वी. कैरों की व्यवस्था अच्छी थी ।