डोडा के जंगल बने आतंकियों के ठिकाने, मुठभेड़ में फिर दो जवानों को लगी गोली

khamat khamana

हमारे सोशल मीडिया से जुड़े!

  • डोडा के स्कूल परिसर में बने सेना के शिविर पर आतंकियों ने गोलाबारी की। इसमें 2 जवान घायल हुए। एनकाउंटर लगातार जारी है। डोडा में 15 जुलाई को आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हुए थे। जम्मू रीजन में पिछले 84 दिन में 10 आतंकी हमलों में 12 जवान शहीद हुए हैं।

डोडा , 18 जुलाई। जम्मू एवं कश्मीर स्थित डोडा में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। डोडा में गुरुवार को फिर से आतंकियों और सेना के जवानों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। आतंकियों के साथ मुठभेड़ में दो जवानों को गोली लग गई है। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। आतंकी जंगल में ही कहीं छिपे हैं और सुरक्षाबल के जवान उनकी तलाश कर रहे हैं।

L.C.Baid Childrens Hospiatl

सेना के कैंप पर हमले की कोशिश
सेना के आधिकारियों की माने तो आतंकियों ने जवानों के कैंप पर हमला करने का प्रयास किया था। कैंप पर गोली बारी कर आतंकी गांव से जंगल की ओर भाग निकले जिनका सुरक्षा बलों ने पीछा किया। इस दौरान मुठभेड़ में दो जवानों को गोली लग गई।

घने जंगल बने आतंकियों का ठिकाना
जम्मू कश्मीर स्थित डोडा इलाका घने जंगलों के जाने जाते हैं। यही कारण है कि ये आतंकियों के छिपने के लिए बढ़िया ठिकाना बनता जा रहा है। अचानक कैंपों पर गोली बारी कर आतंकी घने जंगलों के अंदर भाग जाते हैं जिससे उनकी तलाश करना मुश्किल हो जाती है। आज भी आतंकी सेना पर हमला कर जंगलों की ओर भाग गए। अब सुरक्षा बलों की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। गांव के विलेज डिफेंस कमेटी और आतंकियों के बीच भी मुठभेड़ की जानकारी मिली है।

15 जुलाई को हमले में मारे गए थे 5 जवान
15 जुलाई को डोडा में हुए आतंकी हमले में 5 जवानों की जान चली गई थी। इससे पहले भी कठुआ में भी मुठभेड़ में कई जवानों की जान गई है। कश्मीर में हो रहे आतंकी हमले अब सेना के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। वहीं राजनीतिक स्तर पर भी इसे लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। राहुल गांधी ने कश्मीर में हमले को लेकर मोदी सरकार को घेरा है।

अबतक 12 आतंकवादी हमले

वर्ष 2005 में आतंकवाद से मुक्त हो चुके डोडा जिले में 12 जून के बाद से सिलसिलेवार आंतकी हमले देखे जा रहे हैं, जब चत्तरगला दर्रे में आतंकवादी हमले में छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। इसके अगले दिन गंडोह में हुई गोलीबारी में भी एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था।इसके बाद, 26 जून को जिले के गंडोह इलाके में दिन भर चले अभियान में तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया था, जबकि नौ जुलाई को घड़ी भगवा जंगल में एक और मुठभेड़ हुई थी। इस वर्ष की शुरुआत से अब तक जम्मू प्रांत के छह जिलों में लगभग 12 आतंकवादी हमलों में 11 सुरक्षाकर्मियों, एक ग्राम रक्षा गार्ड और पांच आतंकवादियों सहित कुल 27 लोग मारे गए हैं। इन मृतकों में नौ जून को रियासी जिले के शिव खोड़ी मंदिर से लौट रहे सात तीर्थयात्री भी शामिल हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *