जी 20 की ओर से आयोजित ऑनलाइन गोलमेज सम्मेलन में डॉ पीएस वोहरा ने अपनी बात रखी
बीकानेर , 26 जून। जी 20 की ओर से पिछले दिनों आयोजित विश्व व्यापार एंजल निवेशक सप्ताह के गोलमेज सम्मेलन में एक पैनलिस्ट के रूप में अर्थशास्त्री और लेखक डॉ पीएस वोहरा शामिल हुए। कंट्री चेयर इंडिया (पूर्व), वर्ल्ड बिजनेस एंजल इन्वेस्टर्स वीक 2024 की ओर से प्रसून शर्मा ने डॉ वोहरा को इस गोलमेज सम्मेलन हेतु आमंत्रित किया। उन्होंने वैश्विक ऑनलाइन मंच पर “टियर II/III शहरों में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना – 2047 तक विकसित भारत की ओर” विषय पर अपने विचार रखे।
डॉ वोहरा ने अपनी टॉक में टियर II/III शहरों में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने हेतु उद्यमिता में विविधता और समावेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने एक मजबूत व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण करने पर भी बल दिया। अपनी टॉक में उन्होंने कहा कि आज के तेज़ी से विकसित हो रहे व्यावसायिक परिदृश्य में, विविधतापूर्ण और समावेशी उद्यमिता की आवश्यकता है इसलिए छोटे शहरों में एक ऐसा माहौल बनाने की जरूरत है जहाँ विविध पृष्ठभूमि के उद्यमी फल-फूल सकें और जो शहर के मजबूत व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में सहायक हो सके।
डॉ वोहरा ने इस संबंध में शिक्षण व्यवस्था में उद्यमिता या एंटरप्रेन्योरशिप को विद्यार्थियों के लिए बहुत आवश्यक बताया। उन्होंने कहा की टेक्नोलॉजी के साथ प्रतिदिन जीने वाला युवा व्यापार में इनोवेशन के नये अर्थ विकसित कर सकता है जो मुनाफ़ा भी देगें और समाज जो आर्थिक रूप से विकसित भी करेंगे। ये भी भारत को विकसित मुल्क बनाने का एक राह हो सकती है।
डॉ वोहरा ने बताया कि वित्तीय समावेशन के लिए जी20 वैश्विक भागीदारी के एक संबद्ध भागीदार के रूप में, विश्व व्यापार एंजल निवेश फोरम द्वारा विश्व व्यापार एंजल निवेशक सप्ताह वैश्विक स्तर पर आयोजित किया। ये एक बेहतरीन मंच है जहां अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देने के लिए एंजल निवेश को एक ज़रूरी वित्तीय उपकरण के रूप में क्यों और कैसे उपयोग करना चाहिए,कैसे उद्यमी अधिक नौकरियाँ, अधिक धन और अधिक सामाजिक न्याय पैदा कर सकते हैं आदि पर मंथन किया जाता है। इस मंच पर हर साल एक सप्ताह, एक वैश्विक थीम के तहत मनाया जाता है। इस सप्ताह 132 देशों के 200,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने इस मंच पर भाग लिया।
डॉ वोहरा की ओर से टियर II/III शहरों में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने हेतु उनके उपयोगी विचारों और जानकारियों की सराहना की गई तथा उन्हें सम्मानित भी किया गया।