नशा जीवन का नाश है -डॉ. अर्पिता गुप्ता
बीकानेर, 14 सितम्बर। शास्त्री नगर कार्यालय मे ह्यूमन राइट्स इंटरनेशनल फेडरेशन द्वारा “जागृति ” नशा मुक्ति जागरूकता अभियान पर संघोष्ठी आयोजित की गयी | संस्थान की नेशनल चीफ एडमिनिस्ट्रेटर डॉ. अर्पिता गुप्ता ने बताया की “जागृति” नशा मुक्ति जागरूकता अभियान का उद्देश्य न केवल जन-साधारण को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना है बल्कि नशे के खिलाफ जन आंदोलन का रुप देना है, ताकि नशे के खिलाफ हर आदमी जुड़ कर अपना योगदान दे सकें।
नशा केवल व्यक्ति समाज या राष्ट्र विशेष के लिए नहीं बल्कि पूरी मानव सभ्यता के लिए खतरा है। दुनिया में कोई भी कार्य असंभव नहीं है, नशा भी छोड़ा जा सकता है, इसके लिए दृढ संकल्प लेना जरुरी है।
संस्थान सेक्रेटरी सुरेंद्र जोशी ने कहा की मुख्य रूप से आज की युवा पीढ़ी नशे की आदी हो रही है जिसको रोकने के उद्देश्य से जागृति अभियान के तहत संस्थान द्वारा विद्यालय व कॉलेज में प्रत्येक सप्ताह नशा मुक्ति पर सेमिनार, प्रतियोगिताएं आदि आयोजित करके जागरूक कर नशा रोकने का प्रयास किया जाएगा।
इस अवसर पर आर. एल जी.संस्थान के महामंत्री वीरेंद्र राजगुरु ने कहा नशा एक बीमारी है, व्यक्ति मनोरंजन के तौर पर नशे की शुरुआत करता है, लेकिन बाद में यह आदत में शुमार हो जाता है जिससे पूरे परिवार की मानसिक स्थिति के साथ-साथ आर्थिक स्थिति भी खराब हो जाती है।
संगोष्ठी में घनश्याम गोस्वामी, मनीष बारूपाल, सतीश दान, आरती भार्गव, विनीत सिंह राजपूत,जुनैद सिसोदिया,महेंद्र सिंह आदि ने भी नशा मुक्ति के लिए अपने सुझाव रखें |