शायर डॉ.सैय्यद नासिर अली जैदी का अभिनंदन – ये सनद है मेरे खून में वफादारी है…
बीकानेर 2 अक्टूबर। शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के तत्वावधान में शायर डॉ.सैयद नासिर जैदी का अभिनंदन किया गया। बर्तन बाजार में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. जैदी ने अपनी चुनिंदा रचनाएं पेश कर भाव विभोर कर दिया।
ये अली है जो मेरे नाम मे शामिल नासिर,
ये सनद है के मेरे ख़ूँ में वफ़ादारी है
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कवि कथाकार राजेंद्र जोशी ने कहा कि डॉ. सैयद जैदी की शायरी राष्ट्रप्रेम, मानवीय भावनाओं से ओत प्रोत है।जिनमे मानवता और भाईचारे का संदेश भरा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ लेखक अशफ़ाक कादरी ने कहा कि डॉ.सैयद जैदी के कलाम में समय का सच है जो आम इंसान को सोचने पर मजबूर करता है।
कार्यक्रम संयोजक कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने डॉ. सैयद नासिर जैदी के व्यक्तित्व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में आर के भटनागर, पवन प्यारे, प्रेमनारायण व्यास ने भी अपने विचार व्यक्त किए। प्रो डॉ. सैयदा सोफिया जैदी ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया।