फिल्म निर्माता निर्देशक अब्दुल सत्तार सुपुर्दे ए खाक
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बीकानेर, 1 मार्च। घड़सीसर, बीकानेर के साधारण परिवार में जन्मे बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी अब्दुल सत्तार खान जिन्होंने मजदूरी करते हुए अपने जीवन का सफर शुरू किया । इसके बाद कड़ी मेहनत से दिन फिरे सार्वजनिक विभाग में A कलास कॉन्टेक्टर रहे। तत्पश्चात आपको फिल्म निर्माता निर्देशक का जुनून सवार हुआ जो बॉलीवुड की ओर ले गया।
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अब्दुल सत्तार पहली फिल्म 1983 में एक बार चले आओ, 1989 में तुझे नहीं छोडूंगा, 1991 में इन इंडिया टूडे तथा 2018 में अटल फैसला राजस्थान की कुछ घटनाओं पर आधारित बनाई । आज उन्हें घड़सीसर कब्रिस्तान सुपुर्दे खाक कर अंतिम विदाई दी गई । उनके जनाजे में शहर के सैंकड़ों सांस्कृतिक कृमि लोग मौजूद थे । वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं ।
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