कोटा के हॉस्टल में आग, 7 स्टूडेंट झुलसे:भगदड़ के बीच बालकनी से छात्र कूदे
घटना के समय 70 लड़के थे अंदर
कोटा , 14 अप्रैल। कोटा के हॉस्टल में रविवार सुबह 6 बजे ट्रांसफॉर्मर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। घटना के समय 6 मंजिला हॉस्टल में कुल 70 छात्र थे। अधिकतर छात्र सुबह गहरी नींद में थे। हो-हल्ला हुआ तो भगदड़ मच गई। इस बीच 7 झुलस गए हैं।
पहली मंजिल पर कुछ छात्रों ने बालकनी में चादरें बांधकर उतरने का प्रयास किया। इसमें एक छात्र गिरकर घायल हो गया। एक छात्र सीढ़ियों में फिसल गया, जिसके पैर में फ्रैक्चर हो गया। इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने वाले स्टूडेंट यहां रहते थे।
ग्राउंड फ्लोर पर ट्रांसफॉर्मर में शॉर्ट सर्किट
जानकारी के अनुसार, शहर के कुन्हाड़ी इलाके के लक्ष्मण विहार स्थित आदर्श हॉस्टल में घटना हुई है। सुबह 6 बजे ग्राउंड फ्लोर पर लगे ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट से चिंगारी निकली। इसके बाद धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप ले लिया। आग तेजी से ऊपर की तरफ फैली। छात्रों ने खिड़की से चादर बांध-बांधकर बिल्डिंग से नीचे उतरने की कोशिश की। इस दौरान मध्य प्रदेश का भविष्य नाम का छात्र पहली मंजिल से गिर गया। उसके पैर में चोट आई है। भविष्य नीट की तैयारी कर रहा है। अर्पित पांडेय नाम का एक छात्र दूसरी मंजिल पर स्थित कमरे से बाहर भागा और सीढ़ियों पर फिसल गया। उसके पैर में फ्रैक्चर हुआ है। अर्पित का इलाज एमबीएस हॉस्पिटल में चल रहा है।
सेकेंड और थर्ड फ्लोर पर थे 70 छात्र
नगर निगम के सीएफओ राकेश व्यास ने बताया- सभी बच्चे सेकेंड और थर्ड फ्लोर पर थे। आगजनी की सूचना मिलते ही मैं, कुन्हाड़ी थाना पुलिस और दमकलें मौके पर पहुंचीं। इसके बाद आग को बुझाने के प्रयास शुरू हुए। पुलिस और फायरकर्मियों ने मिलकर हॉस्टल के सभी छात्रों को सीढ़ियों के जरिए नीचे उतारा। इन छात्रों में से 2 के पैर में चोट लगी है। 7 छात्र मामूली रूप से झुलसे हैं। चार छात्रों को इलाज के लिए एमबीएस हॉस्पिटल भेजा गया। बाकी लड़कों की वहीं काउंसिलिंग की गई। इन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। एसपी अमृता दुहन भी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने छात्रों से बातचीत की।
सेकेंड फ्लोर तक पहुंची आग
हॉस्पिटल में छत्तीसगढ़ के एक छात्र विपिन ने बताया- आग का पता नहीं चला। सभी सो रहे थे। हल्ला हुआ तो बाहर निकले। सेकेंड फ्लोर पर रूम है। फायर ब्रिगेड ने बालकनी साइड से सीढ़ी लगाकर उतारा। बाहर निकलते वक्त हथेली जल गई। आग सेकेंड फ्लोर तक पहुंच गई थी।
हॉस्टल के अंदर लगा रखा था बड़ा ट्रांसफार्मर
कड़ी मशक्कत के बाद निगम की दमकलों ने आग पर काबू पाया। गनीमत रही की हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई। स्टूडेंट्स के सामान जरूर जल गए। निगम CFO राकेश व्यास ने बताया की आदर्श हॉस्टल में संचालक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। हॉस्टल के अंदर ही बड़ा ट्रांसफार्मर लगाया हुआ था, जो पूरी तरह अवैध है। साथ ही, हॉस्टल में किसी तरह के फायर उपकरणों की व्यवस्था नहीं थी। आग बुझाने के लिए एक भी सिलेंडर नहीं थे।