वर्ष 2025 की प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित हुयी


बीकानेर, 8 मार्च। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा जिला एवं सेशन न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सेना दीप प्रज्वलित कर शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया। राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन कार्यक्रम में न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता, बैंक अधिकारी तथा पक्षकार मौजूद रहे।



सक्सेना ने बताया कि जिला मुख्यालय एवं समस्त तालुकाओं पर राजीनामे योग्य प्रकरणों के विवादों का निस्तारण प्री-लिटिगेशन प्रकरणों, बैंक के ऋण संबंधी मामलों, राजस्व के प्रकरण व लम्बित प्रकरणों को सम्मिलित करते हुए शमनीय दाण्डिक अपराध, परक्राम्य विलेख अधिनियम, एमएसीटी मामले, पारिवारिक विवाद, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण मामले, जनउपयोगी सेवाओं संबंधित व सिविल मामलों आदि का अधिक से अधिक रूप से निस्तारण लोक अदालत की भावना से किया जाता है।


जिला एवं सेशन न्यायाधीश के निर्देशन में राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए कुल 17 बेचों का गठन किया गया। जिला न्यायालय एवं राजस्व न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों में से कुल 21 हजार 701 प्रकरण लोक अदालत में रखे गए। इनमें से 18 हजार 343 प्रकरणों का लोक अदालत की भावना से निस्तारण हुआ।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव और अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्रीमती मांडवी राजवी ने आभार जताया और अपील की कि भविष्य में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालतों में भी समाज का प्रत्येक वर्ग सकारात्मक योगदान दे।
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राष्ट्रीय लोक अदालत में पारिवारिक न्यायालय संख्या 2 में आपसी समझाइश और राजीनामे से हुआ प्रकरण का निस्तारण
बीकानेर, 8 मार्च। शनिवार को आयोजित प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत में आपसी पारिवारिक विवाद के कारण लम्बित चल रहे वैवाहिक प्रकरण, हिन्दूविवाह अधिनियम धारा 9 के तहत दाम्पत्य अधिकारों की पुनः स्थापना बाबत पेश किया गया। जिसका निस्तारण पारिवारिक न्यायालय संख्या 2 बीकानेर के न्यायाधीश श्री बरकत अली द्वारा पक्षकारों रामचन्द्र बनाम किरण, जिनका विवाह 2012 में सम्पन्न हुआ था व मनोज मेहरा बनाम खुशबु पंवार जिनका विवाह 2013 में सम्पन्न हुआ था जो काफी लम्बे समय से एक-दूसरे से अलग रह रहे थे। उनकी ओर से अधिवक्ता गोविन्द डूडी व अधिवक्ता लेखराज नायक व अधिवक्ता आजाद कश्यप थे। जिनके मध्य आपसी समझाईश से राजीनामा कर निस्तारित किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष और जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री अतुल कुमार सक्सैना व अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या 01 वमीता सिंह व सचिव, मांडवी राजवी (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण) तथा बेैच के सदस्य शफी मोहम्मद की उपस्थिति में एक दूसरे को माला पहनाते हुए हिन्दू विवाद के पवित्र बंधन का सम्मान रखते हुए तथा आपसी विवाद को खत्म किया तथा वर्षों पुराने विवाद का राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण किया।
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15 वर्ष पुराने जमीनी विवाद का आपसी समझाईस से राजीनामें से हुआ प्रकरण का निस्तारण
प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत में 15 वर्ष पुराने जमीनी विवाद का प्रकरण प्री कांउसलिंग के जरिये आपसी समझाईस से राजीनामें से प्रकरण का निस्तारण हुआ। उक्त प्रकरण पूनमचंद बनाम राजेन्द्र कुमार वगैराह का अपर जिला एवम् सेशन न्यायाधीश संख्या 05 में काफी लम्बे समय से विचाराधीन था। उक्त प्रकरण में अधिवक्ता बच्छराज कोठरी द्वारा पैरवी की जा रही थी।