बीपीसीएल ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का चौथा दिन बीकानेर में गैस सिलेंडर की आपूर्ति प्रभावित


बीकानेर, 7 अप्रैल।भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के ट्रांसपोर्टरों द्वारा चल रही हड़ताल आज चौथे दिन में प्रवेश कर गई है। इस हड़ताल का व्यापक असर बीकानेर सहित पूरे राजस्थान में देखा जा रहा है। जिले में एलपीजी सिलेंडरों की आपूर्ति लगभग आधी रह गई है, जिससे उपभोक्ताओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। बीकानेर जिले के 26 ट्रांसपोर्टरों ने प्रशासन और बीपीसीएल अधिकारियों से कई बार अपनी समस्याओं को साझा किया, परंतु समाधान नहीं मिलने के कारण उन्हें गाड़ियां खड़ी करने के लिए विवश होना पड़ा है। अनुबंध की बाध्यता के कारण ट्रांसपोर्टर खुलकर मीडिया से बातचीत नहीं कर पा रहे हैं।



मुख्य शिकायतें और आरोप


ट्रांसपोर्टरों का आरोप है कि बीपीसीएल द्वारा “फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट” प्रणाली का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे अनुचित लाभ कुछ डिस्ट्रीब्यूटरों को दिया जा रहा है। सिलेंडरों के ढक्कन गायब होने पर बिना स्पष्ट जांच के ट्रक चालकों पर आरोप लगाकर जुर्माना लगाया जा रहा है, जबकि गाड़ियां सुरक्षा सील के साथ रवाना होती हैं। ट्रांसपोर्टरों के अनुसार, उन्हें बार-बार दोषी ठहराया जा रहा है जबकि वे सभी सुरक्षा मानकों का पालन कर रहे हैं।
प्रशासनिक संवाद अधूरा
जिला प्रशासन और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा ट्रांसपोर्टरों से बातचीत की गई थी, लेकिन उसके बाद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस कारण स्थिति गंभीर हो गई है और बातचीत का सिलसिला थम गया है।
सप्लाई व्यवस्था बाधित
बीकानेर में प्रतिदिन औसतन 60 गैस ट्रक आते हैं, जिनमें से लगभग 30 स्थानीय ट्रांसपोर्टरों की होती हैं। हड़ताल के चलते इन गाड़ियों की आवाजाही बंद है, जिससे गैस एजेंसियों को सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं। होम डिलीवरी सेवाएं भी प्रभावित हो चुकी हैं।
ट्रांसपोर्टरों की मांग
ट्रांसपोर्टर मांग कर रहे हैं कि बीपीसीएल उच्च स्तर पर संवाद स्थापित करे और निष्पक्षता के साथ उनकी समस्याओं का समाधान निकाले। वर्तमान स्थिति में ट्रांसपोर्टरों को आर्थिक क्षति के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। यदि शीघ्र समाधान नहीं निकाला गया, तो बीकानेर सहित पूरे क्षेत्र में एलपीजी सिलेंडरों की भी किल्लत उत्पन्न हो सकती है ।
