बीकानेर में सोशल मीडिया से शुरू हुई दोस्ती का दर्दनाक अंत:, युवती की हत्या कर युवक गिरफ्तार


बीकानेर, राजस्थान, २ जून। सोशल मीडिया पर शुरू हुई दोस्ती का दुखद अंजाम बीकानेर के जामसर थाना क्षेत्र में सामने आया, जहां 25 मई को एक युवक ने अपनी प्रेमिका की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के पीछे की वजह सोशल मीडिया पर सक्रियता बताई जा रही है। पुलिस ने इस मामले में मात्र एक सप्ताह के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। क्या है पूरा मामला? दो साल पहले कशिश नाम की युवती की सोशल मीडिया के जरिए जामसर निवासी कालू खान से दोस्ती हुई थी। धीरे-धीरे यह दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि कशिश ने अपने परिवार और समाज को छोड़कर कालू के साथ रहने का फैसला किया। दोनों पिछले दो साल से साथ रह रहे थे। शुरुआती दिनों में दोनों के रिश्ते ठीक चले, लेकिन समय के साथ कालू को कशिश का सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना खटकने लगा। उसे शक था कि कशिश किसी और से भी बात करती है। कई बार उसने उसे सोशल मीडिया छोड़ने के लिए कहा, लेकिन कशिश नहीं मानी। 25 मई को दोनों के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया कि गुस्से में कालू ने कशिश का गला दबा दिया और तब तक दबाए रखा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। इसके बाद उसने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया ताकि अगर होश में आए भी तो शोर न मचा सके।




हत्या के बाद भागा, रेत के धोरों में छिपा
हत्या के बाद कालू खान फरार हो गया और रेत के ऊंचे धोरों में जाकर छिप गया। पुलिस को पहले दिन से ही कालू पर शक था, लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा था। अंततः पुलिस ने गडरिये का वेश धारण कर इलाके में तलाशी अभियान चलाया। जामसर थानाधिकारी रवि कुमार मीणा और उनकी टीम जिसमें कांस्टेबल रामनिवास धायल, हजारीराम, रविंद्र कुमार और सुनील कुमार शामिल थे, ने लगातार पांच दिन तक इलाके की निगरानी की। इसी दौरान कालू खान ऊंचाई पर छिपा मिला और पकड़ा गया।


प्रताड़ना और पाबंदियों का शिकार थी कशिश
पुलिस जांच में सामने आया है कि कशिश को कालू न तो मोबाइल का इस्तेमाल करने देता था, न ही अपने परिवार से बात करने। जब भी कशिश ने सोशल मीडिया या परिवार से संपर्क की कोशिश की, उसे मारपीट और धमकियों का सामना करना पड़ा।
नतीजा: सोशल मीडिया से जुड़ी दोस्ती बनी जानलेवा
सोशल मीडिया के जरिए शुरू हुई यह दोस्ती आखिरकार एक जघन्य हत्या में बदल गई। यह मामला न सिर्फ रिश्तों की जटिलताओं को उजागर करता है, बल्कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग और अत्यधिक नियंत्रण के खतरनाक परिणामों की भी चेतावनी देता है।