गच्छाधिपति जैनाचार्य नित्यानंद सूरिश्वरजी का नगर प्रवेश शुक्रवार को
- मिनी मांडोली व भगवान महावीर स्वामी के मंदिर में कार्यक्रमों देंगे सान्निध्य
बीकानेर, 8 फरवरी। जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के श्री विजय वल्लभ सूरी समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति जैनाचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी गुरुवार को अपने सहवृति मुनि व साध्वीवृंद के साथ सार्दुलगंज पहुंचे। रास्ते में अनेक स्थानों पर श्रावक-श्राविकाओं ने जैनाचार्य, सहवृति मुनि व साध्वीवृंद का वंदन-अभिनंदन किया।
शुक्रवार को श्री आत्मानंद जैन सभा के तत्वावधान में सकलश्री संघ के सहयोग से गोगागेट की गौड़ी पार्श्वनाथ से गाजे बाजे के साथ सुबह दस बजे नगर प्रवेश करेंगे। सभा के अध्यक्ष चन्द्र बाबू कोचर व मंत्री लीलम सिपानी ने बताया नगर प्रवेश की शोभायात्रा कोचरों का चौक, डागा सेठिया व पारख मोहल्ला होते हुए रांगड़ी चौक की पौषधशाला पहुंचेगा जहां धर्मसभा होगी।
शुक्रवार को दोपहर साढ़े तीन बजे गच्छाधिपति जैनाचार्य, मुनि व साध्वीवृंद पुनः जुलूस के रूप में रांगड़ी चौक से बैदों के महावीर स्वामी के मंदिर पहुंगे । जहां उनके सान्निध्य में 12 जिन बिम्बों का पुर्नः उत्थापन प्रतिष्ठा व चक्रेश्वरी माता की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुक्रवार सुबह शुरू होगा।
श्री जैन श्वेताम्बर महावीर स्वामी का मंदिर ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र बैद व मंत्री भूपेन्द्र बैद ने बताया कि 9 फरवरी को सुबह कुंभ स्थापना, जंवारा रोपण विधान, नवग्रह, दस दिगपाल व अष्ट मंगल पाटला पूजन होगा। अठारह अभिषेक विधान दोपहर को व प्रतिष्ठा संबंध जाजम शाम को होगी।
गच्छाधिपति तीन दिन तक बैदों के चौक के सुश्रावक निर्मल बैद के निवास में प्रवास करेंगे। कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, इंदौर, पंजाब व सूरत आदि स्थानों से बैद, भांडावत व सोनावत परिवार के अनेक सदस्य बीकानेर आएं है। मंदिर में 10 फरवरी को देवी पट्ट महापूजन व हवन, 11 फरवरी को विजय मुर्हूत में मंगलमय परमात्मा आदि जिन बिम्ब देवी देवेताओं की प्रतिष्ठा, लघु शांति स्नात्र महापूजन होगा। शुक्रवार को शाम चार बजे बैदों के चौक में आगमन एवं जिनालय दर्शन,गोचरी, प्रतिक्रमण और भक्ति संगीत संध्या का आयोजन होगा।
मिनी मांडोली में कार्यक्रम कल से
लीलम सिपानी ने बताया कि गंगाशहर में कुम्हारों के मोड के पास बने नूतन मिनी मांडोली में शांति गुरुदेव की तीन प्रतिमाओं, उनके तथा उनके गुरुओं की चरण पादुकाओं और देवी सरस्वती तथा देवी पदमावती की प्रतिमा का प्रतिष्ठा महोत्सव 10 से 12 फरवरी तक गच्छाधिपति के सान्निध्य में होगा। तीन दिवसीय मिनी मांडोली मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत 10 फरवरी शनिवार को कुंभ व दीपक स्थापना, क्षेत्रपाल, देवी पट्ट पूजन, भजन संध्या से होगी ।
महोत्सव के दूसरे दिन 11 फरवरी रविवार को सुबह साढ़े सात बजे मंगल प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू होगा। सुबह साढ़े आठ बजे श्रीशांति जिन पूजन, सुबह नौ बजे धर्मसभा, व उसके बाद दोपहर साढ़े ग्यारह बजे तेरापंथ भवन में साधार्मिक वात्सलय का आयोजन होगा। सिपानी ने बताया कि 12 फरवरी सोमवार को शुभ मुर्हूत में द्वार का उद्घाटन व सुबह नौ बजे शांति गुरुदेव की पूजा होगी।
गंवली से वंदन अभिनंदन
गच्छाधिपति, मुनिवृंद व साध्वीश्रीश्री पूर्णप्रज्ञा आदि ठाणा का श्रीगंगानगर रोड पर शांति इंफ्रेप्रोमोटर्स प्राइवेट के फ्लैट्स परिसर में वरिष्ठ सुश्रावक माणक चंद,शांतिलाल सेठिया, नरपत व ऋषभ सेठिया परिवार ने गंवली सजाकर वंदन अभिनंदन किया। इस अवसर पर जैन समाज के बड़ी संख्या में गणमान्य श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे। यहां श्रमणी जयंत प्रज्ञाजी सन्मति प्रज्ञा ने गच्छापति से धर्म चर्चा की।
वल्लभ चौक का उद्घाटन आज
सार्दुल गंज बेबी हट् में नव निर्मित विजय वल्लभ चौक में सुबह नौ बजे गच्छाधिपति मंत्रोच्चारण व मंगल पाठ से करेंगे। आयोजन से जुड़े कुणाल कोचर ने बताया कि गुरुवार को गच्छाधिपति के सम्मान में भक्ति संगीत का आयोजन हुआ।
बीकानेर के साथ पहुंचे मुनि व साध्वीवृंद
बीकानेर में गच्छाधिपति जैनाचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी के साथ प्रन्यासश्री धर्मशील विजय, मुनि मोक्षानंद विजय, मुनि प़द्मशील विजय, मुनिश्री पुष्पेन्द्र विजय, मुनिश्री श्रुतानंद विजय,मुनि ज्ञानानंद विजय व मुनिश्री मोक्षयश विजय, साध्वीश्री पूर्णप्रज्ञा, साध्वीश्री हर्षित प्रज्ञा, साध्वीश्री दिव्य प्रज्ञा व साध्वीश्री दर्शन प्रज्ञा बीकानेर पहुंचे है।