भगवान महावीर स्वामी के मंदिर में जिन बिम्बों का पुर्नउत्थापन महोत्सव शुरू, मिनी मांडोली में कार्यक्रम शनिवार से सोमवार तक
गच्छाधिपति नित्यानंद सूरीश्वरजी का शोभायात्रा के साथ नगर प्रवेश
बीकानेर, 9 फरवरी। जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के श्री विजय वल्लभ सूरी समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति जैनाचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी को अपने सहवृति मुनि व साध्वीवृंद के साथ शुक्रवार को गाजे बाजे के साथ नगर प्रवेश किया।
उन्होंने वैदों के चौक सहित अनेक जिनालयों में दर्शन वंदन किया। महावीरजी के मंदिर जिन बिम्बों के पुर्न उत्थापन व देवी चक्रेश्वरी की प्रतिमा का तीन दिवसीय महोत्सव शुक्रवार को शुरू हुआ । वहीं गंगाशहर में कुम्हारों के मोड पर नव निर्मित शांति गुरुदेव के मंदिर मिनी मांडोली में शनिवार से सोमवार तक विविध धार्मिक अनुष्ठान होंगे।
श्री आत्मानंद जैन सभा के तत्वावधान में सकलश्री संघ के सहयोग से गोगागेट की गौड़ी पार्श्वनाथ से गाजे बाजे के साथ निकली शोभायात्रा में बैंड पार्टी, तासा पार्टी, सजे संवरे घोड़े ऊंट, गुरु आत्मा नंद, गुरु वल्लभ आदि के तेल चित्र शामिल थे। आत्मानंद सभा के अध्यक्ष चन्द्र बाबू कोचर व मंत्री लीलम सिपानी ने बताया कि नगर प्रवेश की शोभायात्रा कोचरों का चौक, डागा सेठिया व पारख मोहल्ला होते हुए रांगड़ी चौक की पौषधशाला पहुंची। रास्ते में अनेक स्थानों पर गंवली सजाकर गच्छापति, मुनि व साध्वीवृंद का जयकारा लगाते हुए वंदन अभिनंदन किया गया। जगह-जगह स्वागत द्वार लगाए गए।
पौषधशाला में हुई धर्मसभा में गच्छाधिपति नित्यानंद सूरीश्वर ने कहा कि बीकानेर की धर्म धरा पुण्यशाली व गुरु वल्लभ की अनन्य भक्त है। उनको दीक्षा के साथ पहला सहित तीन चातुर्मास बीकानेर में करने का सौभाग्य मिला । बीकानेर के श्रावक-श्राविकाएं देव, गुरु व धर्म के प्रति समर्पित है। धर्मसभा में मुनि मोक्षानंद, श्रुतांनंद विजय, साध्वीश्री पूर्णप्रज्ञा, सुरेन्द्र बद्धाणी, शांति लाल भंसाली, विनोद मरोठी ने विचार व्यक्त किए। आत्मानंद जैन सभा के अध्यक्ष चन्द्र बाबू कोचर व श्रीमती विनोद कोचर ने गच्छाधिपति का गुरु पूजन किया। इस अवसर पर नथमल संखलेचा, शुभकरण चोरड़िया, धनराज लूणावत, रतन चंद कोचर व विनोद मरोठी का शॉल, श्रीफल व माला से अभिनंदन किया गया। महेन्द्र कोचर ने भक्ति व स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
गच्छाधिपति जैनाचार्य, मुनि व साध्वीवृंद पुनः जुलूस के रूप में रांगड़ी चौक से बैदों के महावीर स्वामी के मंदिर पहुंचें । उन्होंने छह शताब्दी से अधिक प्राचीन भगवान महावीर स्वामी के मंदिर में दर्शन किए तथा जीर्णोंद्धार कार्यों का जायजा लिया। गच्छाधिपति के सान्निध्य में 12 जिन बिम्बों का पुर्नः प्रतिष्ठा व चक्रेश्वरी माता की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुक्रवार सुबह शुरू हुआ।
श्री जैन श्वेताम्बर महावीर स्वामी का मंदिर ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र बैद व मंत्री भूपेन्द्र बैद ने बताया कि शुक्रवार को कुंभ स्थापना, जंवारा रोपण विधान, नवग्रह, दस दिगपाल व अष्ट मंगल पाटला पूजन, अठारह अभिषेक विधान व प्रतिष्ठा संबंध जाजम व चांदी कटला में वीर मंडल की ओर से भक्ति का कार्यक्रम आयोजित किया गया। गच्छाधिपति तीन दिन तक बैदों के चौक के सुश्रावक निर्मल बैद के निवास में प्रवास करेंगे। बैद,भंडावत व सोनावत परिवारों ने भी गच्छाधिपति व सहवृति मुनि वृंद का स्वागत वंदन किया। मंदिर में शनिवार को देवी पट्ट महापूजन व हवन, रविवार को विजय मुर्हूत में मंगलमय परमात्मा आदि जिन बिम्ब देवी देवेताओं की प्रतिष्ठा, लघु शांति स्नात्र महापूजन होगा ।
गच्छाधिपति शनिवार को मिनी मांडोली जाएंगे
गच्छाधिपति जैनाचार्य नित्यांनंद सूरीश्वरजी शनिवार को सुबह आठ बजे बैदों के महावीरजी के मंदिर से प्रस्थान कर भांडाशाह व लक्ष्मीनाथ मंदिर के पास के सिपानी निवास होते हुए गंगाशहर में बने शांति गुरुदेव नूतन मंदिर मिनी मांडोली जाएंगे। जहां उनके सान्निध्य में तीन दिवसीय प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू होंगे।
मंदिर निर्माण का लाभ लेने वाले परिवार के लीलम सिपानी ने बताया कि गंगाशहर के गोल मंदिर से पहले बने नूतन मिनी मांडोली में शांति गुरुदेव की तीन प्रतिमाओं, उनके तथा उनके गुरुओं की चरण पादुकाओं और देवी सरस्वती तथा देवी पदमावती की प्रतिमा का प्रतिष्ठा महोत्सव शनिवार से सोमवार तक चलेगा। मिनी मांडोली मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत शनिवार को कुंभ व दीपक स्थापना, क्षेत्रपाल, देवी पट्ट पूजन, ं भजन संध्या से होगी । महोत्सव के दूसरे दिन 11 फरवरी रविवार को सुबह साढ़े सात बजे मंगल प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू होगा। सुबह साढ़े आठ बजे गुरुदेव शांति गुरुदेव पूजन, सुबह नौ बजे धर्मसभा, व उसके बाद दोपहर साढ़े ग्यारह बजे तेरापंथ भवन में साधार्मिक वात्सलय का आयोजन होगा। सिपानी ने बताया कि 12 फरवरी सोमवार को शुभ मुर्हूत में द्वार का उद्घाटन व सुबह नौ बजे शांति गुरुदेव की पूजा होगी।
वल्लभ टावर का उद्घाटन
सार्दुल गंज बेबी हट् के पास नव निर्मित विजय वल्लभ टावर का लोकार्पण शुक्रवार को गच्छाधिपति मंत्रोच्चारण व मंगल पाठ से किया। आयोजन से जुड़े कृणाल कोचर ने बताया कि बल्लभ नगरी के रूप में विख्यात धर्मधरा पर पंजाब केशरी से सम्मानित जैनाचार्य श्रीमद् विजय वल्लभ सूरीश्वरजी के आचार्य पद शताब्दी वर्ष (1924-2024) के तहत टावर का निर्माण किया गया है। टावर में विजय वल्लभ सूरीश्वरजी व अन्य आचार्यों के संदेश चित्र के साथ अंकित किए गए है।
दर्शन, वंदन व प्रतिक्रमण
बीकानेर में गच्छाधिपति जैनाचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी के साथ प्रन्यासश्री धर्मशील विजय, मुनि मोक्षानंद विजय, मुनि प़द्मशील विजय, मुनिश्री पुष्पेन्द्र विजय, मुनिश्री श्रुतानंद विजय,मुनि ज्ञानानंद विजय व मुनिश्री मोक्षयश विजय, साध्वीश्री पूर्णप्रज्ञा, साध्वीश्री हर्षित प्रज्ञा, साध्वीश्री दिव्य प्रज्ञा व साध्वीश्री दर्शन प्रज्ञा ने विभिन्न जिनालयों में शुक्रवार को दर्शन वंदन किया । साध्वीश्री पूर्ण प्रज्ञा ने धर्मनिष्ठ श्रावक-श्राविकाओं से डागा सेठिया पारख मोहल्ले के आयम्बिल खाते के जीर्णोंद्धार का सुझाव दिया। उन्होंने अनेक श्रावक-श्राविकाओं को प्रतिक्रमण करवाया तथा मंगल पाठ सुनाया।