गंगाशहर के युवक दीपक की डेंगू से मौत आज हुआ अंतिम संस्कार

  • बीकानेर में डेंगू का आंकड़ा पिछले वर्ष को पार आज 1000 के पार पहुंचे रोगी
  • पसलियों में पानी भरने के मामले सामने आ रहे, पिछले साल 933 रोगी मिले थे

 

बीकानेर , 5 नवम्बर। गंगाशहर के दीपक पुगलिया पुत्र जतनलाल पुगलिया का आज अंतिम संस्कार गंगाशहर स्थित पुरानी लेन शमसान घाट पर किया गया। दीपक को डेंगू हो गया था बीकानेर पीबीएम में इलाज चलने के बाद जयपुर इलाज के लिए ले जाय गया परन्तु 4 नवम्बर को डेंगू ने उसको अपना ग्रास बना ही डाला। गंगाशहर बोथरा चौक निवासी दीपक अपने माता – पिता का एक ही पुत्र था उसके एक बहन है और दादा – दादी माँ व माँ है ।

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बीकानेर में डेंगू रोगियों की संख्या ने पिछले कई साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। यहां पीबीएम अस्पताल में अब तक 1 हजार से ज्यादा डेंगू रोगी पहुंच चुके हैं। जबकि वर्ष 2021 में ये आंकड़ा पीबीएम अस्पताल में 933 रोगियों का था। सालभर में डेंगू के पांच रोगियों की मौत हो चुकी है।

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पीबीएम अस्पताल के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र वर्मा ने मीडिया को बताया- इस बार डेंगू के रोगियों में जटिलता ज्यादा है। बड़ी संख्या में ऐसे डेंगू रोगी भी भर्ती हुए जिनकी प्लेटलेट्स 5 हजार से कम हो गई। हालांकि, इसके बाद भी उनकी जान बचाई गई है। कुछ डेंगू रोगियों की पसलियों में पानी भरने का मामला भी सामने आया है। पहली बार इस तरह के लक्षण डेंगू रोगी में पाए गए। हालांकि, ऐसे रोगी भी ठीक होकर वापस घर लौट गए हैं। हालांकि, पूरे साल में पांच रोगियों की मौत हुई, जिसमें एक मौत कुछ दिन पहले हुई।

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बीकानेर जिले में 810 रोगी

साल 2024 में बीकानेर जिले में डेंगू के 810 रोगी मिले हैं। जिसमें पांच की मौत हुई। 805 रोगियों की जान बचा ली गई। पीबीएम में भर्ती रोगियों की संख्या ज्यादा थी, क्योंकि यहां श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, अनूपगढ़, नागौर तक से रोगी पहुंचते हैं। इनमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के क्षेत्र वाले एरिया से भर्ती रोगियों की संख्या 810 थी।

प्राइवेट हॉस्पिटल की गिनती नहीं

उधर, सरकारी अस्पताल नहीं पहुंचने वाले रोगियों की गिनती नहीं हो रही। बड़ी संख्या में रोगी प्राइवेट हॉस्पिटल या फिर प्राइवेट प्रेक्टिशनर के यहां पहुंच जाते हैं। वहीं इलाज लेकर ठीक हो जाते हैं। ऐसे में इन रोगियों की गिनती नहीं हो पाती। एक अनुमान के मुताबिक ऐसे रोगियों की संख्या भी सैकड़ों में है।

हर साल डेंगू का कहर

बीकानेर में अब हर साल ही डेंगू के मच्छर का प्रकोप रहता है। सरकार की कोई ठोस योजना नहीं बन पायी है। मच्छरों से निपटने का कार्य नगर निगम का है जो उसमे नाक़ामयाम है। फोगिंग न होने से मच्छरों की पुरे शहर में बहुतायत है और इसके चलते लोग डेंगू की लपेट में आ रहें हैं। अब से पहले वर्ष 2021 में डेंगू रोगियों की संख्या 933 तक पहुंच गई थी। तब सिर्फ आईएम पॉजिटिव को ही डेंगू पॉजिटिव माना जाता था लेकिन अब एनएस वन पॉजिटिव रोगी को भी डेंगू में पॉजिटिव मानकर गिना जाता है। ऐसे में रोगियों की संख्या बढ़ी हुई सामने आई है।

 

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