सुशासन दिवस और तुलसी पूजन दिवस प्रसन्नता पूर्वक मनाया
बीकानेर , 25 दिसम्बर। स्थानीय शांति विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय में शीतकालीन अवकाश के दौरान शाला की करूणा क्लब टीम और नेशनल ग्रीन कोर इको क्लब के सयुक्त तत्वाधान में करुणा क्लब इकाई एवं स्काउट गाइड सदस्यों द्वारा सुशासन दिवस और तुलसी पूजन दिवस को आज प्रसन्नता पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर शाला में आयोज्य करूणा क्लब और स्काउट गाइड की इको क्लब की टीम द्वारा तुलसी के पौधों का रोपण किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे शाला सचिव हिमालय वूड बैज कब मास्टर श्री रमेश कुमार मोदी ने तुलसी दिवस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए तुलसी के पौधे का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व भी बताया। तुलसी हिंदू धर्म के अनुसार सबसे पवित्र पौधा माना जा रहा है। तुलसी माता का पूजन करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। तुलसी के पौधें को लगाने से आसपास का वातावरण पूर्णतया शुद्ध रहता है तथा सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
कार्यक्रम में उपस्थित शाला प्रधान हनुमान छींपा ने तुलसी को वैज्ञानिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए औषधि के रूप में उपयोग करने के गुणधर्मों को सभी के साथ सांझा किया। विद्यालय के करूणा क्लब प्रभारी सौरभ बजाज ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यों को विस्तृत रूप से बताते हुए अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जिनका 100वीं जन्म जयंती आज बड़े ही हर्षौल्लास के साथ मनाई जा रही है। सुशासन दिवस के महत्व को बताते हुए देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 25 दिसम्बर 2014 से मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर उपस्थित श्रीमति कमला जोशी ने बताया कि तुलसी के पौधे को लगाने से मच्छर भी नहीं आते तुलसी घर के आंगन या किसी भी कोने में भी लगाई जा सकती है। कार्यक्रम समाप्ति में शाला के प्रधानाध्यापक हनुमान छींपा ने सभी उपस्थित करूणा क्लब और स्काउट गाइड के सदस्यों को निरंतर तुलसी के पौधों की देखभाल करने व पानी डालने का संकल्प दिलाया। जहां तुलसी का पौधा होता है वहां मच्छरों का वास नहीं होता है। तुलसी का सेवन सर्दियों में प्रत्येक पेय प्रदार्थ के साथ उबालकर पीने से सर्दी जुखाम नहीं होते है। सभी उपस्थित सदस्यों व करुणा क्लब टीम और शिक्षकों ने तुलसी माता की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर शाला की अध्यापिका श्रीमति सीमा पुरोहित ने सभी उपस्थित सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया।