जमीअत उलमा-ए-हिन्द शाखा बीकानेर द्वारा हज ट्रेनिंग कैंप का आयोजन


बीकानेर, 20 अप्रैल। जमीअत उलमा-ए-हिन्द शाखा बीकानेर की ओर से आज एक हज ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें भावी हाजियों को हज से संबंधित महत्वपूर्ण अरकान, अहकाम और मसाइल की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण शिविर में मौलाना अब्दुल रहीम ने हज के अरकान, उसके धार्मिक नियम और अमल को विस्तारपूर्वक समझाया। उन्होंने बताया कि हज केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि एक इबादत है जिसमें नियत, सब्र और सही जानकारी अत्यंत आवश्यक है। हाजी जमील मुगल ने हज यात्रा के दौरान आने वाली संभावित परेशानियों और उनके हल पर प्रकाश डाला। उन्होंने यात्रियों को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रहने की सलाह दी।



हाजी इंसाफ शाहब ने मदीना शरीफ की हाजिरी और अदब-अहतराम के तौर-तरीकों को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि यह यात्रा नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की बारगाह में हाजिरी है, इसलिए इसका अंदाज़ बहुत अहमियत रखता है। हाजी सैयद अख्तर अली ने अहराम बांधने के तरीके और उसकी शरई हिदायतों को विस्तार से समझाया। उन्होंने हाजियों को अहराम के दौरान बरती जाने वाली एहतियातों से भी अवगत कराया।



कार्यक्रम में बड़ी संख्या में हज पर जाने वाले लोगों ने हिस्सा लिया और इसे अत्यंत लाभकारी अनुभव बताया। इस कैंप में हाजी सैयद अख्तर साहब, हाजी इरफान अली, हाफिज इमदादुल्ला बासित, क़ारी शाहिद रशीदी, हाफिज अ.रहमान, सैयद इमरान अली, मौलाना सैफुल्लाह मोहम्मद आमिर आदि शरीक रहे।।