राजस्थान में आज 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, जानिए किन जिलों में बारिश की सम्भावनाआगे कैसा रहेगा मानसून ?

  • राजस्‍थान में अब तक 39% ज्‍यादा बारिश, टोंक-जैसलमेर में जोरदार बरसे

बीकानेर \ जयपुर , 9 अगस्त। राजस्‍थान में मानसून 2024 के बदरा जमकर बरसे हैं। सावन आते-आते तो पूरे सूबे में पानी-पानी कर दिया। आलम यह हे कि अब तक राजस्‍थान में सामान्‍य से 39 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है।

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जयपुर स्थित मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्‍याम शर्मा के अनुसार राजस्‍थान में एक जून से 8 अगस्‍त तक सामान्‍य बारिश 261.4 मिलीमीटर होनी चाहिए थी जबकि 362.7 मिलीमीटर हुई है, जो 39 प्रतिशत अधिक है।

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राजस्‍थान में सबसे ज्‍यादा बारिश कहां हुई ?

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मानसून 2024 में सबसे ज्‍यादा बारिश टोंक और जैसलमेर जिले में रिकॉर्ड की गई है। अन्‍य जिले में भी बदरा झूमकर बरसे हैं, मगर टोंक में औसत से 107 प्रतिशत और जैसलमेर में औसत से 145 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।

राजस्‍थान में सबसे कम बारिश कहां हुई?

राजस्‍थान में मानसून 2024 के बदरा खूब मेहरबान हैं। चहुंओर से बारिश हो रही है। इस बार सबसे कम बारिश बांसवाड़ा और डूंगरपुर में हुई है। बांसवाड़ा में अपने औसत से 25 और डूंगरपुर में 20 फीसदी बारिश कम रिकॉर्ड की गई है।

राजस्‍थान में मौसम कैसा रहेगा?

टोंक और जैसलमेर के बाद पूर्वी राजस्‍थान की बारी है। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी हरियाणा और आस-पास के क्षेत्र के ऊपर विशेष परिसंचरण तंत्र बन रहा है, जिससे पूर्वी राजस्‍थान में अगले पांच-सात दिन अनेक भागों में बरिश हो सकती है।

जयपुर, अजमेर और भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं बारिश की भी आशंका जताई जा रही है। धौलपुर में बुधवार रात को बारिश के कारण एक महिला की मौत हो गई। बरसात में मकान की छत पर बना टिनशेड गिर गया था।

राजस्‍थान में अब तक 39% ज्‍यादा बारिश, टोंक-जैसलमेर में जोरदार बरसे

बांध हो गए लबालब

राजस्‍थान में 691 कुल बांध हैं। इनमें से 111 ओवरफ्लो हो चुके हैं। 115 बांध लबालब भर गए। वहीं, 386 बांधों में आंशिक रूप से पानी की आवक हुई है। 198 बांध अभी भी खाली पड़े हैं।

गुरुवार शाम को जल संसाधान विभाग की ओर से बांधों को लेकर जारी नवीन आंकड़ों के अनुसार 15 जून से अब तक प्रदेश के बांधों में 19.24 प्रतिशत पानी की आवक हुई है और अब बांध कुल भराव क्षमता के 59.54 प्रतिशत भरे हुए हैं।

राजस्थान में इस बार सावन में ईंद्रदेव की जमकर मेहरबानी हो रही है। लेकिन यह मेहरबानी अब आमजन के साथ प्रशासन के लिए भी लाखों मुसीबतें खड़ा कर रही है। आज फिर मौसम विभाग ने प्रदेश के 17 जिलों में अलर्ट जारी कर चिंताएं बढ़ा दी है।

मौसम केंद्र जयपुर ने आज फिर प्रदेश के 17 जिलों में बारिश का ओरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम केंद्र जयपुर की जानकारी के मुताबिक आज शुक्रवार को धौलपुर, करौली,जयपुर, दौसा, अलवर,भरतपुर, चूरू, सीकर, झुंझुनूं, टोंक, सवाईमाधोपुर, कोटा, भीलवाड़ा, बूंदी, नागौर, अजमेर आदि जिलों में ओरेंज अलर्ट जारी किया है।

प्रदेश में मानसून की ऐसी मेहरबानी हुई है कि इस बार तो रेगिस्तान भी जलमग्न हो गया है। बीकानेर, जैसलमेर जिलों में भी पानी ही पानी नजर आ रहा है। ज्यादातर इलाकों में झमाझम बारिश का कहर अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है।

शहर से लेकर गांव, ढाणी तक सड़कें, मकान, दफ्तर और गलियां सब तालाब बन रहे हैं। जलभराव की वजह से कई गांवों का संपर्क टूट गया है. इतना ही नहीं, मौसम विभाग ने आगामी 5-6 दिनों तक मूसलाधार बारिश का अनुमान जताया है।

मौसम विभाग ने राजस्थान में अगले 2 सप्ताह के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में 9 से 22 अगस्त तक मेघगर्जन और बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।

इस दौरान जयपुर, अजमेर, भरतपुर और कोटा संभाग में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 9-15 अगस्त के बीच बारिश होने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने आमजन की सुरक्षा के लिए जारी की गाइडलाइन

बारिश और आंधी-तूफान का ऑरेंज-येलो अलर्ट जारी करने के साथ ही मौसम विभाग ने आमजन के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक, मेघगर्जनके समय किसी सुरक्षित स्थान की शरण लें. पेड़ों के नीचे कतई न जाएं. घर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग को निकालकर रख दें. बिजली के पोल, कच्चे घरों के आसपास न जाएं।

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