बीकानेर में उच्चस्तरीय भारतीय संगीतकार्यशाला 24 मई, 2024 से 29 मई, 2024 तक टी.एम.ऑडिटोरियम में आयोजित होगी
- विरासत संवर्द्धन संस्थान द्वारा टी.एम.लालानी एवं विरासत संवर्द्धन संस्थान, बीकानेरऔर सुर संगम संस्थान, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में उच्चस्तरीय भारतीय संगीतकार्यशाला 24 मई, 2024 से 29 मई, 2024 तक
बीकानेर, 17 मई । टी.एम.लालानी एवं विरासत संवर्द्धन संस्थान, बीकानेरऔर सुर संगम संस्थान, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में उच्चस्तरीय भारतीय संगीत कार्यशाला 24 मई, 2024 से 29 मई, 2024 तक टी.एम.ऑडिटोरियम, गंगाशहर, बीकानेर में आयोजित होगी। सुरसंगम के के. सी. मालू ने बताया कि उक्त संगीत प्रशिक्षण कार्यशाला के संचालनऔर निर्देशन के लिए भारत के प्रसिद्ध संगीत गुरु पण्डित भवदीप जयपुर वाले मुम्बई से एवं विश्व प्रसिद्ध खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर टी. उन्नीकृष्णन कोचीन से पधारेंगे।
सुरसंगम के सचिव मुकेश अग्रवाल ने बताया किइस कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रशिक्षुओं के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। सभी चयनित प्रशिक्षु संगीत स्नातक ही होंगे और अपनी-अपनी संगीत कला तरासने के लिए बीस से अधिक प्रशिक्षु पूरे भारत से और 15 प्रशिक्षु बीकानेर क्षेत्र के भाग लेकर लाभान्वित होंगे। कार्यशाला के दौरान संगीत कार्यक्रम भी शाम को प्रस्तुत होंगे।
प्रशिक्षण कार्यशाला की सभी व्यवस्थाओं को सुनियोजित करने के लिए सुरसंगम के के.सी.मालू एवं मुकेश अग्रवाल ने बीकानेर पधार कर विरासत संवर्द्धन संस्थान के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक आयोजित की।जिसमें विरासत संवर्द्धन संस्थान के उपाध्यक्ष कामेश्वर प्रसाद सहल, हेमन्त डागा, सम्पतलाल दूगड़ व विरासत के संगीत प्रशिक्षक पण्डित पुखराज शर्मा आदि उपस्थित रहे। बैठक में कार्यशाला की पूरी योजना एवं सभी व्यवस्थाओं पर विस्तृत चिन्तन किया गया।
विरासत संवर्द्धन संस्थान के अध्यक्ष टी. एम. लालानी के कहा कि संगीत साधना निष्णात व्यक्तियों के लिए भी योग साधना जैसी ही है, और इसमें हमारा योगदान बने, यही आकांक्षा है।संगीतकार उपलब्धियां हासिल करें, यही हमारा उद्देश्य व लक्ष्य है।संगीत कार्यशाला मेंउपलब्ध सभी सुविधाएं निःशुल्कहै।सभी प्रशिक्षुओं के लिए भोजनव्यवस्था के साथ ही बाहर से समागत प्रशिक्षुओं के लिए आवास व्यवस्था भी निःशुल्कहै।
कार्यशाला का शुभारम्भ सत्र दिनांक 24 मई, शुक्रवार दोपहर 02ः30 बजे होगा।कार्यशाला में प्रशिक्षण के दो सत्र प्रतिदिन प्रातः 09ः30 बजे से दोपहर 12ः30 बजे एवं दोपहर 04ः00 बजे से सायं 07ः00 बजे तक होंगे। कार्यशाला का समापन सत्र 29 मई, 2024 दोपहर का होगा।
टी. एम. लालानी ने बताया कि इस कार्यशाला के मध्य शनिवार 25 मई को सायं 08ः30 बजे फिल्मी गीत व लोकसंगीत का आयोजन तथा 26 मई, रविवार की सायं 08ः30 बजे गजल एवं ठुमरी की प्रस्तुतियां होगी। जिसका लुत्फ बीकानेर के सभी संगीत प्रेमी ले सकेंगे। उन्होंने सभी के सहयोग व उपस्थिति की कामना की।