HMPV एक सामान्य वायरल, जो 2001 से एक्टिव; इससे घबराने की जरूरत नहीं
- HMPV वायरस को राजस्थान के हेल्थ मंत्री ने बताया सामान्य
जयपुर , 6 जनवरी। चीन में फैला ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) कहर बरपा रहा है। छोटे बच्चों में इस वायरस का ज्यादा प्रभाव देखने को मिल रहा है। भारत में भी इसके केस सामने आ चुके हैं, लेकिन राजस्थान के हेल्थ मिनिस्टर गजेन्द्र सिंह खींवसर ने इस वायरस को सामान्य बताया है। उन्होंने कहा- ये साल 2001 से देश में मौजूद है। इसके कोई बड़े प्रभाव देखने को नहीं मिले है। इसलिए इस वायरस से ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है।
खींवसर ने बयान जारी कर बताया- यह वायरस साल 2001 से मौजूद है, लेकिन रोगियों पर इसका प्रभाव सामान्य रहा है। इस वायरस से मौत का कोई मामला और चिंताजनक स्थिति सामने नहीं आई है। हर साल की तरह सर्दी के मौसम को देखते हुए बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि होने पर हॉस्पिटल में डॉक्टरों से परामर्श लें।
उन्होंने कहा- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज इस वायरस के संबंध में सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इसमें भी स्पष्ट किया है कि यह वायरस घातक नहीं है। खांसी-जुकाम जैसे सामान्य लक्षणों के साथ सर्दी के मौसम में आमतौर पर कुछ केस इस वायरस के सामने आते रहे हैं।
देश में 9 केस आए सामने
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया- पिछले साल मार्च से दिसंबर तक इस वायरस के देशभर में 9 केस सामने आ चुके है। मंत्री ने कहा- केंद्र सरकार के अनुसार एचएमपीवी का प्रसार वर्तमान में नगण्य है, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर प्रदेशभर में डॉक्टर्स और मेडिकल सेक्टर से जुड़े अधिकारियों को सजग और सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
राज्य में 5 लैब, जहां होती है जांच
मंत्री ने बताया- इस वायरस के संक्रमित मरीज की जांच के लिए प्रदेशभर में 5 जगहों पर सरकारी लैब है। ये 5 वीआरडीएल लैब एम्स जोधपुर, सवाई मानसिंह हॉस्पिटल जयपुर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर और एस.एन मेडिकल कॉलेज जोधपुर में उपलब्ध हैं। किसी भी हॉस्पिटल में इस वायरस के लक्षणों से संबंधित गंभीर रोगी सामने आने पर इन लैब में जांच करवाई जा सकती है।