जयपुर समेत 12 जिलों के स्कूलों में छुट्टियां
शीतलहर के चलते 8वीं तक के स्टूडेंट की 1 से 4 दिन छुट्टी बढ़ाई; जोधपुर में टाइम बदला
बीकानेर , 12 जनवरी। राजस्थान के जयपुर समेत 12 जिलों में शीतलहर के कारण स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी गई है। छुट्टी 1 से 4 दिन तक बढ़ाई गई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने जिला कलेक्टर को स्कूलों का समय बदलने और छुट्टियां घोषित करने का अधिकार दिया है। इस आदेश के बाद जयपुर, सीकर, कोटा, टोंक और जैसलमेर के सभी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों की 13 जनवरी को छुट्टी कर दी गई है। ब्यावर, पाली, जालोर, भरतपुर और डीग जिलों में कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों की 13 और 14 जनवरी की छुट्टी कर दी गई है। सवाई माधोपुर के सभी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों की 13 से 16 जनवरी तक छुट्टियां कर दी है।
अजमेर-नागौर में कक्षा 1 से 5वीं तक के बच्चों की छुट्टी अजमेर कलेक्टर ने देर शाम आदेश जारी करते हुए प्री-प्राइमरी से 5वीं कक्षा तक 13-14 जनवरी का अवकाश घोषित किया है। कक्षा 6 से 12वीं तक क्लास नियमित रूप से चलेगी। नागौर में भी 13 जनवरी को कक्षा 1 से 5वीं तक के बच्चों की छुट्टी की घोषणा की गई है। जिले में 14 जनवरी को मकर संक्रांति का अवकाश पहले ही घोषित किया जा चुका है।
जोधपुर में स्कूलों का समय बदला जोधपुर में जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने सभी स्कूलों के समय में परिवर्तन का आदेश जारी किया है। 13-14 जनवरी को स्टूडेंट्स को 10 बजे स्कूल आना होगा। इससे पहले स्कूलों का समय स्टाफ के लिए साढ़े 7 बजे और स्टूडेंट्स के लिए 8 बजे से था।
बीकानेर में भी स्कूलों का समय बदला बीकानेर में कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने स्कूल के समय में परिवर्तन किया है। अब जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक संचालित होंगे। इस बार स्कूलों में छुट्टी नहीं की गई है।
जालोर में 8वीं तक के स्टूडेंट्स की 2 दिन छुट्टी
जालोर में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गंगा कलावंत ने कलेक्टर के निर्देश पर 8वीं तक के बच्चों की 2 दिन की छुट्टी कर दी है। आदेश के अनुसार शीतलहर को देखते हुए जालोर में 8वीं तक के स्टूडेंट्स की 13 और 14 जनवरी को छुट्टी रहेगी। 9वीं से 12वीं तक की क्लास का संचालन सुबह 11 से 4 बजे तक एक ही पारी में किया जाएगा। स्कूल स्टाफ की छुट्टी नहीं रहेगी।
जोधपुर में स्कूलों का समय बदला
जोधपुर में जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने सभी स्कूलों के समय में परिवर्तन का आदेश जारी किया है। 13-14 जनवरी को स्टूडेंट्स को 10 बजे स्कूल आना होगा। इससे पहले स्कूलों का समय स्टाफ के लिए साढ़े 7 बजे और स्टूडेंट्स के लिए 8 बजे से था।
पहले भी सर्दी के चलते स्कूलों में हुई थी छुट्टियां
इससे पहले 6 जनवरी को भी माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सर्दी को देखते हुए जिला कलेक्टर को छुट्टियां करने और समय बदलने का अधिकार दिया था। इसके बाद कई जिलों में छुट्टियां घोषित की गई थी।
लंबा हो सकता है वीकेंड
बता दें कि 11 जनवरी तक घोषित छुट्टी के बाद 12 जनवरी को रविवार था, जिसकी छुट्टी रही। इसके बाद कई जिलों में 13 जनवरी की छुट्टी घोषित की गई है। इसके बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व मनाया जाएगा। इसके बाद 17-18 जनवरी को शैक्षिक सम्मेलन के कारण सरकारी स्कूल में अवकाश रहेगा। 19 जनवरी को फिर रविवार का अवकाश है।
10 दिन रहेगी तेज सर्दी
राजस्थान में मौसम की स्थिति देखें तो अगले 10 दिन सर्दी थोड़ी तेज रहने का अनुमान है। 14 जनवरी की शाम से एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होगा, जिसके असर से उदयपुर, कोटा के साथ जयपुर संभाग के आंशिक हिस्से में बादल छा सकते हैं। इस सिस्टम का असर 15 जनवरी को भी देखने को मिल सकता है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि 21-22 जनवरी तक प्रदेश में दिन ठंडे रहने का अनुमान है।
राजस्थान में नया वेदर सिस्टम एक्टिवेट हो रहा
मौसम विभाग ने 15 जनवरी से एक और नया वेदर सिस्टम एक्टिव होने की संभावना जताई है। इसके प्रभाव से उदयपुर, कोटा के अलावा जयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में बादल छाने और कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई है। प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा। वहीं जयपुर, जोधपुर, भरतपुर और अलवर समेत कई शहरों में विजिबिलिटी 30 मीटर से कम रही।
जोधपुर में 3 फ्लाइट्स लैंड नहीं कर पाई
जोधपुर एयरपोर्ट पर कोहरे के चलते 3 फ्लाइट लैंड नहीं कर पाई। तीनों फ्लाइट 45 मिनट तक हवा में चक्कर लगाती रही। इसके बाद अहमदाबाद-जोधपुर की फ्लाइट 6E 7074 और दिल्ली-जोधपुर की फ्लाइट 6E 2411 को जोधपुर एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। जबकि बेंगलुरु-जोधपुर फ्लाइट 6E6032 को अहमदाबाद डायवर्ट कर किया। कोहरे के साथ ही 6 जिलों में कोल्ड वेव का भी असर रहा। हिल स्टेशन माउंट आबू में शीतलहर का दौर जारी है। यहां न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं, गुरु शिखर पर आज तापमान माइनस 2 डिग्री दर्ज किया गया। इस दौरान मैदानी इलाकों में ओस की बूंदें जमीं नजर आईं।