चीन का नया वायरस कितना खतरनाक, कैसे फैलता है? भारत की क्या है तैयारी, जानें हर अपडेट
नई दिल्ली, 04 जनवरी . चीन में अब कोविड के पांच साल के बाद ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का अटैक हो रहा है। मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें लगातार आ रही हैं कि चीन में HMPV वायरस कहर बरपा रहा है और वहां पर अस्पतालों में बेड्स की भी कमी हो गई है। दावे तो यहां तक किए जा रहे हैं कि यह वायरस कोविड जैसा कहर भी बरपा सकता है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में 2023 में भी इस वायरस का अटैक देखने को मिला था, चीन के साथ कई दूसरे देशों में भी इस वायरस के मामले सामने आए थे। भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि चिंता की बात नहीं है और देश में यह एक सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) देश में श्वसन और मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों की बारीकी से निगरानी कर रहा है और चीन में HMPV के प्रकोप की हालिया रिपोर्टों के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है।
चीन ने HMPV को लेकर क्या कहा?
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने शुक्रवार को कहा, ”सर्दी के मौसम में रेस्पिरेटरी संक्रमण पीक पर होता है. मैं आपको आश्वस्त कर सकती हूं कि चीन सरकार चीनी नागरिकों और चीन आने वाले विदेशियों के स्वास्थ्य की परवाह करती है. चीन में यात्रा करना सुरक्षित है, यहां कोई बड़ा खतरा नहीं है.’
क्या भारत को डरने की जरूरत?
चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के कारण होने वाली बीमारी में वृद्धि की खबरों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सरकार घटनाक्रम पर नजर रख रही है, फिलहाल वायरस के संक्रमण की रफतार में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है. उन्होंने कहा, मेटान्यूमोवायरस किसी भी अन्य वायरस की तरह है, जो सामान्य सर्दी का कारण बनता है, और बहुत बूढ़े और बहुत युवाओं में यह फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है. उन्होंने कहा कि अगर मामलों में बढ़ोतरी होती है, तो देश स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया, ‘किसी भी स्थिति में सर्दियों के दौरान, सांस के जरिए फैलने वाले वायरस संक्रमण का प्रकोप बढ़ जाता है, जिसके लिए हमारे अस्पताल आमतौर पर आवश्यक आपूर्ति और आवश्यक बिस्तरों के साथ तैयार रहते हैं.‘
कैसे फैलता है… आप कैसे बचें?
एचएमपीपी वायरस आमतौर पर खांसने और छींकने से ज्यादा फैलता है. इसके अलावा इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के छूने या हाथ मिलने से भी यह तेजी से फैलता है. संक्रमित होने के बाद 5 दिनों में इसके लक्षण दिखने लगते हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि यह वायरस हमेशा से रहता है, लेकिन ठंड के मौसम में ये एक्टिव ज्यादा हो जाता है. लोगों को तेजी से अपनी गिरफ्त में लेता है, जिससे समस्या बड़ी लगने लगती है. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.
घर से बाहर निकलने से पहले मास्क लगाएं, क्योंकि यह खांसी-जुकाम के जरिए एक से दूसरे में फैलता है. संक्रमित व्यक्ति से हाथ न मिलाएं और घर आने के बाद हाथ अच्छी तरह साफ करें. डॉक्टर की सलाह लिये बिना, कोई दवा न लें. भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें, क्योंकि यहां संक्रमण तेजी से फैलता है.HMPV वायरस की अभी कोई वैक्सीन नहीं है।
चीन में वायरस अटैक
कोविड-19 महामारी के पांच साल बाद, चीन में अब ऐसे हालात नजर आ रहे है, जिससे दुनियाभर के देश चिंतित नजर आ रहे हैं. रिपोर्टों और सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि चीन में हालात बिगड़ रहे हैं, वहां के अस्पताल इस बात की तस्दीक कर रहे हैं. अस्पतालों के बाहर भारी भीड़ नजर आ रही है. दावा ये भी किया जा रहा है कि चीन के श्मशानों में अंतिम संस्कार के लिए ज्यादा शवों को लाया जा रहा है. इसे भी HMPV वायरस के प्रकोप से जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि चीन में इन दिनों HMPV समेत कई वायरस एक साथ फैल रहे हैं।
आखिर क्या ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस (HMVP)
ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस (HMVP) कुछ-कुछ कोरोना वायरस जैसा ही लग रहा है. यह ऐसा वायरस है, जो आमतौर पर सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण पैदा करता है. यह वायरस छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को अपनी गिरफ्त में सबसे ज्यादा ले रहा है. ऐसे लोग ही गंभीर रूप से बीमार हो रहे हैं. इस वायरस की चपेट में आने से मरीजों में खांसी, बुखार, नाक बंद होने जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं. इस वायरस की वजह से मरीज न्यूमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस जैसे गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित हो जाते हैं, जिसके बाद तेजी से उनकी तबीयत बिगड़ने लगती है।