पति बना मुख्यमंत्री, पत्नी ने अगले ही दिन क्यों छोड़ दी विधायकी? इस राज्य में हलचल
गंगटोक , 14 जून। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की पत्नी कृष्णा कुमारी राय ने शपथ लेने के एक दिन बाद ही गुरुवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में वह सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के उम्मीदवार बिमल राय को हराकर नामची-सिंघीथांग सीट से विजयी हुई थीं। विधानसभा सचिव ललित कुमार गुरुंग ने पुष्टि करते हुए कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष एम एन शेरपा ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
कृष्णा कुमारी राय मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की पत्नी हैं, जिनकी पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने हाल ही में हुए चुनावों में 32 विधानसभा सीटों में से 31 सीटें और राज्य की एकमात्र लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। तमांग पेमा खांडू के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए अरुणाचल प्रदेश गए हुए थे। तमांग की पत्नी कृष्णा कुमारी राय पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ी थीं और उन्होंने 5,302 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्हें 71.6 प्रतिशत मत मिले थे, जो मुख्यमंत्री तमांग के बाद दूसरे स्थान पर थीं।
गुरुवार को मुख्यमंत्री की पत्नी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को पत्र लिखकर बताया कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी के फैसले का सम्मान करते हुए चुनाव लड़ा था। उन्होंने लिखा, “बहुत भारी मन से मैं आपको यह सूचित करना चाहती हूं कि मैंने आधिकारिक तौर पर अपना इस्तीफा दे दिया है… मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इतनी जल्दी चुनावी राजनीति में उतरूंगी… मैंने हमेशा राजनीति को एक सामाजिक गतिविधि के रूप में देखा है और मैं इसलिए चुनाव में उतरी क्योंकि मुझे संसदीय बोर्ड और पार्टी अध्यक्ष द्वारा लिए गए फैसलों का सम्मान करना था।”
सीएम की पत्नी ने आगे कहा, “मैं हमेशा से इस बात पर दृढ़ विश्वास रखती रही हूं कि लोगों की सेवा करने के लिए मुझे किसी पद पर रहने की जरूरत नहीं है। मैं अपनी क्षमता से मदद करती रही हूं और करती रहूंगी। माननीय मुख्यमंत्री और मैं आश्वासन देते हैं कि नामची सिंगिथांग निर्वाचन क्षेत्र के लिए नया उम्मीदवार एक प्रतिबद्ध और समर्पित व्यक्ति होगा जो नामची सिंगिथांग के लोगों की सेवा करेगा।” मुख्यमंत्री की पत्नी ने अपने पति की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि उनके नेतृत्व में सिक्किम प्रगति और विकास के पथ पर अग्रसर होगा।
मुख्यमंत्री तमांग ने कहा कि उनकी पत्नी का इस्तीफा “पार्टी के सर्वसम्मत निर्णय के अनुरूप” है और उन्होंने पार्टी के “कल्याण और उद्देश्यों” को प्राथमिकता दी है। अरुणाचल प्रदेश के अपने समकक्ष पेमा खांडू के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत के लिए गए तमांग ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, “मेरी पत्नी के इस्तीफे की खबर के संबंध में… मैं सिक्किम के प्रिय और सम्मानित लोगों को सूचित करना चाहता हूं कि उन्होंने पार्टी के कल्याण और उद्देश्यों को प्राथमिकता देते हुए पार्टी के सर्वसम्मत निर्णय के अनुरूप अपनी सीट खाली कर दी है।”
पोस्ट में तमांग ने कहा, “यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि, एसकेएम पार्टी की संसदीय समिति के अनुरोध पर, उन्होंने हमारी पार्टी के कल्याण के लिए चुनाव लड़ा। हमारी पार्टी की ओर से अध्यक्ष के रूप में, मैं उनके समर्पण और अटूट समर्थन के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं”। सिक्कम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) प्रमुख ने कहा कि पार्टी सिक्किम के लोगों की सेवा करने के लिए वास्तविक और समर्पित पदाधिकारियों को अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है और नामची-सिंघीथांग निर्वाचन क्षेत्र के मामले में भी, निवासियों को एक ‘समर्पित और वास्तविक विधायक मिलेगा जो उनके हितों की सेवा करेगा’।