08 May 2021 02:10 PM
सरकार के आदेश से आम जनता की जान को जोखिम
बीकानेर , 8 मई। आज एसडीएम महोदय द्वारा संदिग्ध कोरोना मरीजों की पहचान का कार्य बीएलओ (पूर्णता गैर मेडिकल स्टाफ) को सुपुर्द करने का आदेश जारी कर राज्य सरकार की मंशा के विपरीत कार्य किया गया है।आश्चर्य का विषय तो यह है कि बीएलओ पद पर सामान्यत: शिक्षक, कनिष्ठ लिपिक, वरिष्ठ लिपिक आदि गैर तकनीकी योग्यता वाले कर्मचारियों को प्रतिनियुक्त किया जाता है,जबकि मेडिकल सर्विसेज के किसी भी कर्मचारी को इसलिए प्रतिनियुक्त नहीं किया जाता क्योंकि विशिष्ट प्रशिक्षण वाली मेडिकल सर्विसेज आवश्यक सेवाओं में आती है ।
तो फिर क्या पूर्णतया गैर मेडिकल स्टाफ से यह कार्य करवाना आम जनता की जान को जोखिम में डालना नहीं है? इस बात से कतई इंकार नहीं किया जा सकता कि पूर्णतया गैर मेडिकल बीएलओ या तो अपने घर कोरोना ले आएगा या फिर घर-घर कोरोना बांट आएगा।इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? अगर कोई अनहोनी होती है तो जिला प्रशासन अपनी जिम्मेदारी किस पर डालेगा? प्रशासन समय रहते जागे और यह सर्वे का कार्य मेडिकल स्टाफ से करवाए। यह हो सकता है कि डॉक्यूमेंटेशन में बीएलओ या अन्य सरकारी कर्मचारियों की सहायता ली जा सकती है। यहाँ उल्लेखनीय यह है कि जिला कलेक्टर ने अपने 3 मई के आदेश में भी बीएलओ को सहयोग हेतु लगाने को कहा है।
बीएलओ की नियुक्ति चुनाव संबंधी कार्यों के लिए की जाती है, लेकिन एक कर्मवीर योद्धा की तरह बीएलओ मार्च 2020 से कोरोना से लड़ाई में अनवरत अग्रिम पंक्ति में अपने स्तर पर चाक-चौबंद होकर लड़ रहा है। कोरोना पोजिटिव आने वालों के क्षेत्र हो या अन्य सब जगह बीएलओ की सक्रिय भूमिका नजर आती है।
इस संदर्भ में आश्चर्यमिश्रित दुःख का विषय यह है कि सरकार द्वारा उसे आज तक किसी भी तरह के सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं। बीएलओ को न तो सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से फ्रंटलाइन वारियर का दर्जा दिया गया और न ही वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी गई है।
बीएलओ को चुनाव कार्य के अतिरिक्त दिए जा रहे कार्य - जनगणना ,होम क्वेरंटाइन, संस्थागत क्वेरंटाइन, वैक्सीनेशन सर्वे, राशन वितरण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, संदिग्ध कोरोना मरीजों की पहचान। बीएलओ के लिए जारी होने वाले सभी आदेशों में लिखा होता है कि अवमानना/कोताही को अनुशासनहीनता समझा जाएगा और कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
चिंतनीय पहलू यह है कि बीएलओ के मूल कर्तव्यों के अलावा अन्य कार्यों को उससे जबरदस्ती करवाना तथा उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना, क्या यह मानसिक हिंसा नहीं है ? क्या अधिकारियों की अमानवीयता को नहीं दर्शाता? क्या बीएलओ होना अपराध है? क्या अधिकारियों द्वारा मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं है?
विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों द्वारा जारी किए जाने वाले आदेश तो यह दर्शाते हैं कि आज बीएलओ मंदिर का घंटा बन गया है, जिसे अपनी मन्नत पूरी करने के लिए आते-जाते कोई भी बजा देता है.
सोशल मीडिया में बीएलओ की स्थिति पर तंज कसते हुए सन्देश वायरल हो रहें हैं उनमें एक दो नमूना ........
आज बीएलओ मंदिर का घंटा बन गया है, जिसे अपनी मन्नत पूरी करने के लिए आते-जाते कोई भी बजा देता है।
क्या आप संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए लोकडाउन में सारा काम धंधा बन्द करके अपने को घर में सपरिवार कैद किये बेठे हैं...................स्वागत के लिए हो जाइए तैयार............... पूरे मोहल्ले में घूमकर आने वाला है बीएलओ आपसे मिलने , आपकी समस्याएं सुलझाने और आपकी मदद करने।
सरकार को चाहिए कि हर वर्ग की समस्याओं को सुने , समझे एवं मानवीय दृष्टिकोण अपनाये।
आज सायं बुलाई गयी मीटिंग के आदेश
श्रीमान् जिला जिला कलक्टर, बीकानेर के आदेश क्रमांक सीबी / सामान्य / कोरोना / 2021 / 1054 दिनांक 03.05.2021 व 1066 दिनांक 03.05.2021 एवं इस कार्यालय के आदेश क्रमांक:ईआरओ / बी.प. ( 13 ) / 2021 / 401 दिनांक 03.05.2021 की पालना में घर-घर सर्वे का कार्य सम्पादन करने हेतु दिनांक 08.05.2021 (शनिवार) को बीएलओ को आवश्यक उपकरण दवाईयां व सामग्री उपलब्ध करवाई जायेगी साथ ही प्रशिक्षण दिया जायेगा । अतः समस्त सुपरवाईजर एवं बी.एल.ओ. को आदेशित किया जाता है कि उक्त सामग्री एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु दिनांक 08.05.2021 (शनिवार) को सायं 4:00 बजे अपने भाग संख्या से संबंधित नजदीकी पीएचसी / सीएचसी / सिटी डिसपेन्सरी पर उपस्थित होंगे। इस प्रशिक्षण में उपस्थिति अनिवार्य है, किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी तथा अनुपस्थित रहने वाले सुपरवाईजर / बीएलओ के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी ।
• सर्वे के नोडल प्रभारी श्री रमेश गुप्ता (9828317894), उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बीकानेर होंगे, जिनके द्वारा कार्य की दैनिक मॉनिटरिंग की जायेगी। अतः सभी बीएलओ उक्त कार्य गम्भीरता से पूर्ण करें, किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आप प्रभारी अधिकारी श्री रमेश गुप्ता से सहायता / मार्गदर्शन प्राप्त कर
RELATED ARTICLES